
वाराणसी: कचहरी स्थित फास्ट ट्रैक कोर्ट की लाइब्रेरी में में शुक्रवार शाम सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता मनोज कुमार गुप्ता पर हमला किए जाने से अफरा तफरी मच गई. आईआईटी, बीएचयू की छात्रा से गैंगरेप सहित कई गंभीर मामलों में सरकार की ओर से पैरवी कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता मनोज गुप्ता का आरोप है कि अधिवक्ता ही साथियों के साथ उन पर हमलावर हो गए. अचानक हुए हमले में मनोज गुप्ता चोटिल हो गए. मौके पर मौजूद अन्य वकीलों ने बीच-बचाव कर उन्हें बचाया और प्राथमिक उपचार कराया.

जमानत खारिज होने के बाद उपजा विवाद
जानकारी के अनुसार, थाना रामनगर के आरोपितों अंशुल केसरी और शिव केसरी की जमानत याचिका को लेकर शुक्रवार को फास्ट ट्रैक कोर्ट-1 में सुनवाई हुई थी. आरोपियों की ओर से जमानत याचिका अधिवक्ता राहुल राज ने दाखिल की थी. अभियोजन पक्ष की ओर से एडीजीसी मनोज गुप्ता ने जमानत का विरोध किया और गंभीर धाराओं का हवाला दिया. जज ने तर्कों से सहमत होकर जमानत याचिका खारिज कर दी. इसी निर्णय को लेकर राहुल राज ने कोर्ट में आपत्ति जताई और बाहर निकलते समय मनोज गुप्ता को धमकाते हुए चला गया. देर शाम कोर्ट की लाइब्रेरी में अचानक राहुल और उसके सहयोगियों ने मनोज गुप्ता को घेरकर हमला कर दिया.
घटना के बाद पीड़ित मनोज गुप्ता की तहरीर पर कैंट थाने में राहुल राज, विकास चौहान, प्रमोद मौर्या, हर्ष सोनकर, अंकित केसरी, सलमान शाही समेत 6 नामजद और 4-5 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान में लगी है.




