Weather Update: मौसम ने अपना असर देशभर में दिखाना शुरू कर दिया है. जिसका कहर देख हर कोई हैरान है. इस तेज बारिश का असर इतना भयावह है कि लोग कुदरत के नजारे में अब हद से ज्यादा परेशान हो चुके है. ये सिलसिला उत्तराखंड में भी देखने को मिला, जहां दो दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश ने तबाही मचा रखी है. जिससे लोगों का जीवन खतरे में नजर आ रहा है. पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में मूसलधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है. पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन की समस्य़ां तेजी से बढ़ने लगी हैं, जबकि मैदानी क्षेत्रों में नदियों का जलस्तर इतना बढ़ चुका है कि लोग इसके आस-पास भी भटकने से अब डरने लगे है. जिससे लोगों की सुरक्षा को देखते हुए उतराखंड के मुख्यमंत्री पुस्कर धामी ने सुरक्षा बलों को तैनात करने का आदेश दिया है.
पिछले 24 घंटे में देहरादून में लगभग 200 मिमी वर्षा हुई है, जिसका नजारा हूबहू 1951 के अगस्त माह में एक दिन में हुई सर्वाधिक वर्षा की तरह थी जिसने देशभर में हाहाकार मचा रखा था. कुदरत के कहर को देख मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों में भारी बारिश के तेवर बने रहने की चेतावनी देते हुए हरिद्वार, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. इसके अलावा देहरादून समेत पांच अन्य जिलों में भी भारी वर्षा का आरेंज अलर्ट जारी कर दिया है.
बदलते मौसम के चलते लगातार हो रही बारिश के कारण प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में अधिकतम तापमान सामान्य से पांच से छह डिग्री सेल्सियस कम हो गया है. तापमान में इस गिरावट के चलते देहरादून के कई इलाकों में करीब 200 मिमी तथा हरिद्वार में भी 24 घंटे में हुई 242 मिमी वर्षा 74 साल में सर्वाधिक दर्ज की गई, जो वर्ष 1951 में हुई 332 मिमी वर्षा से भी अधिक है. वहीं मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक रोहित थपलियाल ने बताया कि आज मंगलवार हरिद्वार, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर में अत्यंत भारी वर्षा की संभावना है.
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भारी बारिश के चलते कई जगहों पर आवागमन बाधित हो गया है जिससे हालात बद से बदतर हो चुके हैं. उत्तराखंड में लगातार दो दिन से हो रही मूसलधार बारिश ने तहलका मचा रखा है जिससे लोगों का गुजर-बसर करना दुश्वार हो चुका है. गौरीकुंड हाईवे पर भूस्खलन और प्रतिकूल मौसम को देखते हुए चल रही केदारनाथ यात्रा को भी 14 अगस्त तक स्थगित कर दी गई है. बता दें, चमोली में बदरीनाथ हाईवे दो स्थानों पर भूस्खलन से अवरुद्ध हो गया है. भारी भूस्खलन के चलते एक हजार से अधिक यात्री कई पड़ावों पर रोक दिए गए हैं. भूस्खलन जैसी समस्या को देख अब उत्तरकाशी में पैदल मार्ग पर भूस्खलन होने से यमुनोत्री धाम की यात्रा भी बाधित होने लगी है. इसे गंभीरता से देखते हुए प्रशासन ने पैदल मार्ग सुचारू होने तक यात्रियों को पड़ावों पर ही रुकने का आदेश दिया है.
उत्तराखंड़ में बारिश द्वारा मचाए जा रहे तबाही के मंजर को देखते हुए शासन-प्रशासन ने अगले आदेशों तक फूलों की घाटी पर जाने वाले मार्गों को बंद कर दिया है. साथ ही ट्रेकिंग को भी रोक दिया गया है. भारी बारिश के चलते देहरादून व हरिद्वार में जलभराव के चलते दिनभर यातायात बाधित रहा. इसी बीच अल्मोड़ा के भैंसकुरी गदेरे(नाले) में बाइक सवार युवक बह गया जिससे उसकी मौत हो गई.