
Karwa Chauth 2025 karw: करवाचौथ का व्रत सुहागन महिलाएं अपने पति के अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए रखती है. इस व्रत की मान्यता है कि इसे करने से वैवाहिक जीवन में भी खुशियां बनी रहती है और पति का साथ बना रहता है. इस बार करवाचौथ पर कई शुभ योग बन रहे हैं. हर साल करवाचौथ का व्रत कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है. इस शुभ दिन पर सभी सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए करवाचौथ का व्रत रखती हैं. साथ ही उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना भी करती हैं. महिलाओं के लिए यह व्रत बड़ा ही महत्वपूर्ण माना गया है.

करवाचौथ के दिन महिलाएं पुरे दिन निर्जला व्रत रहकर शाम को पूजा-पाठ करती हैं. जिसके बाद से पति के हाथों से पानी पीकर व्रत खोलती हैं. कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को आरंभ 9 अक्टूबर को रात में 10 बजकर 55 मिनट से होगा और अगले दिन यानी 10 अक्टूबर को शाम में 7 बजकर 39 मिनट तक रहेगी.

उदय तिथि के अनुसार, करवाचौथ का व्रत 10 अक्टूबर को किया जाएगा. इस बार करवाचौथ पर सिद्धि योग का शुभ संयोग बन रहा है. साथ ही चंद्रमा अपनी उच्च राशि वृषभ में विराजमान रहेंगे जिससे गौरी बनाएगा, ऐसे में व्रत करने वालों को गौरी गणेश की पूजा करने से सौभाग्य में वृद्धि होगी.

करवाचौथ के दिन सुबह उठकर व्रत का संकल्प लें. साथ ही इस दिन किसी से भी वाद विवाद न करें और इस दिन अपने मन में किसी के बारे में गलत विचार न लाएं
इस दिन सफेद, काले और नीले रंग के वस्त्र धारण न करें
इस दिन सोलह श्रृंगार करना चाहिए.

इसके बाद व्रत कथा का पाठ करें और फिर शाम के समय दोबारा मां गौरी की उपासना करें.
रात में चंद्रमा के दर्शनों के बाद से ही व्रत का पारण करना चाहिए. इस दिन निर्जला रहकर उपवास करें कुछ भी ना खाएं .




