
वाराणसी - शरद पूर्णिमा पर बंगीय समाज के पंडालों में विधि विधान पूर्वक कोजागरी पूजा (लक्ष्मी पूजा) की गई. इस अवसर पर मां लक्ष्मी को धान का लावा, धान के लावा का लड्डू, नारियल, गुड़ का लड्डू अर्पित किया गया. कोजागरी पूजा के लिए मां लक्ष्मी की प्रतिमाओं की खरीदारी भी चल रही है. हर कोई लक्ष्मी पूजा करने को लेकर सुबह से ही तल्लीन था. बंगीय समाज के जिन पूजा पंडालों में मां दुर्गा की प्रतिमाएं स्थापित की गई थी उन पंडालों में सोमवार को कोजागरी पूजा की गई. इस दौरान एशो मां लोक्खी, बोसो मां लोक्खी, थारो मां लोक्खी, हमार घरे का उद्घोष किया गया.

भेलूपुर स्थित जिम स्पोर्टिंग क्लब में इस वर्ष कोजागरी पूजा (लक्ष्मी पूजा) का 56वां वर्ष रहा. क्लब के सचिव महेन्द्र केशरी बनर्जी ने बताया कि इसमें पूजा कराने के लिए धान का लावा, धान के लावा का लड्डू , नारियल व गुड़ का लड्डू अर्पित किया गया. इसके अलावा रेवड़ी का भी भोग लगाया गया.

रात्रि में भंडारा हुआ जिसमें खिचड़ी बनायी गई. साथ ही पांच किस्म की सब्जियां (भिंडी, कोहड़ा, आलू, बैंगन, बोड़ा) तैयार की गई. इसके साथ ही पांच किस्म की खीर भी बनायी गई. जिसे मां को अर्पित किया गया. बंगीय समाज के पूजा पंडालों में यंग ब्वायज क्लब गिरजाघर के अलावा अन्य बंगीय पूजा पंडालों में कोजागरी पूजा सम्पन्न की गई. यंग ब्वायज क्लब में कंचन मुखर्जी ने कोजागरी पूजा सम्पन्न करायी




