वाराणसी : चोलापुर क्षेत्र के तेवर गांव निवासी कुणाल गौड़ (19) की रहस्यमय मौत ने अब नया मोड़ ले लिया है. प्रारंभिक तौर पर सड़क हादसे का मामला बताई जा रही यह घटना अब हत्या के रूप में सामने आई है.पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि कुणाल की मौत सड़क दुर्घटना से नहीं, बल्कि धारदार हथियार से हमला कर की गई हत्या के कारण हुई है. इस खुलासे के बाद परिजनों और ग्रामीणों में भारी आक्रोश फैल गया.
डीएम कार्यालय पर ग्रामीणों का प्रदर्शन
सोमवार को कुणाल के परिजन और सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण डीएम कार्यालय पहुंच गए और धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मामले को पहले दुर्घटना बताकर गंभीर लापरवाही की है और अब जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सच्चाई सामने आ गई है, तब भी आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया गया .
क्या हुआ था उस रात
मृतक कुणाल गौड़, अपने तीन साथियों - नन्हकू (पुत्र सुभाष), आशीष (पुत्र राम अवतार), और करन (पुत्र संतोष) के साथ हाईवे पर करन का जन्मदिन मनाने निकला था. परिजनों के अनुसार रात लगभग दस बजे सभी युवक बाइक से निकले थे. अगली सुबह वाराणसी-आजमगढ़ हाईवे पर कुणाल का शव संदिग्ध हालत में मिला. पुलिस ने पहले इसे सड़क हादसा बताया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खोली हत्या की परतें
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह स्पष्ट हुआ कि कुणाल के शरीर पर पांच जगह धारदार हथियार से हमला किया गया था. सिर पर गंभीर चोटें, शरीर पर मिट्टी और धूल और शर्ट गायब होना भी हत्या की ओर इशारा करता है. परिजनों ने बताया कि कुणाल घर से शर्ट पहनकर निकला था लेकिन शव मिलने के वक्त केवल पैंट पहने हुए था. इससे यह संदेह और गहरा गया कि हत्या कर शव को हाईवे किनारे फेंका गया है, और दुर्घटना का नाटक रचा गया.
परिजनों का आरोप
किसी भी साथी ने रात में हादसे की सूचना नहीं दी, जबकि वे उसके साथ थे. सुबह सात बजे अन्य राहगीरों ने परिजनों को सूचना दी. शव की स्थिति और कपड़ों की हालत से स्पष्ट है कि कुणाल की सुनियोजित तरीके से हत्या की गई.
पुलिस का पक्ष
थाना प्रभारी योगेंद्र प्रसाद ने बताया कि शुरुआती जांच में मामला सड़क हादसा प्रतीत हो रहा था, क्योंकि करन भी घायल था. पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा था और अब जब रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि हुई है, तो सभी पहलुओं पर गहराई से जांच की जा रही है.
गांव में शोक और आक्रोश का माहौल
कुणाल तीन भाइयों में सबसे छोटा था. उसकी मौत की खबर सुनते ही पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई. मां माया देवी और अन्य परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. वहीं, हत्या के खुलासे के बाद ग्रामीणों में पुलिस के प्रति गहरा आक्रोश है.
मांगें और आगे की कार्रवाई
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने आरोपितों की शीघ्र गिरफ्तारी, निष्पक्ष जांच और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की है. प्रशासन की ओर से अभी तक कोई स्पष्ट आश्वासन नहीं मिला है, जिससे नाराजगी और बढ़ रही है.