79वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से अपने संबोधन में पीएम मोदी ने भारत को आज का नया भारत बताते हुए कहा कि, हर घर तिरंगा है. क्योंकि हमारे प्राणों से भी प्यारी हमारी मातृभूमि हमें अधिक प्यारी है. देश की आजादी ने हम भारतवासियों को एक लंबी उड़ान भरने के लिए पंख दिया है. बता दें, 15 अगस्त 2025 को भारत को आजादी मिले 78 साल पूरे हो चुके हैं. दूसरी ओर पीएम मोदी द्वारा लाल किले से लगातार राष्ट्र के नाम भाषण देना ये 12वां साल था.
पीएम मोदी का आज का भाषण कई मायनों में खास रहा है. क्योंकि, अपने संबोधन में ऑपरेशन सिंदूर, राष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक वृद्धि से लेकर उन्होंने अपनी सरकार के विस्तारित कल्याण मॉडल का जिक्र कर आत्मनिर्भर भारत पर भी जोर दिया और कहा कि सरकार किसान विरोधी नीतियों को जरा भी बर्दाश्त नहीं करेगी, फिर चाहे उसे कुछ भी चुकाना क्यों न पड़े, वो इसके लिए भी तैयार है. क्योंकि, किसान वो अन्नदाता है जिसकी बदौलत आज भारत अपना पेट पाल रहा है.
पीएम ने कहा कि इसी अन्नदाता के चलते भारत में अनाज की कमी नहीं है. यहीं कारण है कि किसान भाईयों का दर्जा बहुत ऊंचा होता है और आगे भी रहेगा. इसी के आगे उन्होंने गुणवत्तापूर्ण उत्पादों के साथ वैश्विक बाजारों में भारत की क्षमता साबित करने की बात कहते हुए किसानों के योगदान की जमकर सराहना की. इन मुद्दों की खासियत ये रही कि, जनता ने पीएम मोदी के इन भाषणों को बड़े ही गौर से सुना. जिससे जाहिर होता है कि उनका ये भाषण काफी आकर्षक रहा.
पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से कहा कि मैंने इसी लाल किले से पंचप्रण की बात की थी. विकसित भारत बनाने के लिए ना हम रुकेंगे ना हम झुकेंगे. हम मेहनत करते रहेंगे. 2047 में विकसित भारत बनाकर के रहेंगे. हमारा दूसरा प्रण है हम हमारे जीवन में गुलामी का एक भी कण बचने नहीं देंगे. हम हर प्रकार की गुलामी से मुक्ति पाकर रहेंगे. हम अपनी विरासत पर गर्व करेंगे.