नई दिल्ली : 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराया और देशवासियों को संबोधित किया. भाषण की शुरुआत में उन्होंने हर भारतीय को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी और कामना की कि यह दिन सभी के जीवन में नया जोश और ऊर्जा लेकर आए, जिससे "विकसित भारत" के निर्माण की गति तेज हो.
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने भावुक शब्दों में मातृभूमि के प्रति प्रेम व्यक्त करते हुए कहा कि “हमारे प्राणों से भी प्यारी हमारी मातृभूमि है, यही कारण है कि आज हर घर में तिरंगा लहरा रहा है.” उन्होंने याद दिलाया कि आज़ादी हमें आसानी से नहीं मिली, बल्कि लाखों स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने प्राण न्योछावर कर यह उपहार हमें दिया है.यह लगातार 12वां वर्ष था जब प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले से स्वतंत्रता दिवस पर भाषण दिया. उन्होंने इस अवसर को देश की उपलब्धियों की समीक्षा और भविष्य की दिशा तय करने का महत्वपूर्ण मंच बताया.
किसानों के लिए सशक्त संदेश
प्रधानमंत्री ने किसानों को राष्ट्र का “अन्नदाता” बताते हुए साफ कहा कि सरकार किसी भी किसान विरोधी नीति को सहन नहीं करेगी. उन्होंने किसानों की अहमियत को रेखांकित करते हुए कहा कि भारत में आज अनाज की कोई कमी नहीं है, यह हमारे मेहनती किसानों की बदौलत है. किसानों का दर्जा हमेशा ऊंचा रहेगा और उनके हितों की रक्षा सरकार की प्राथमिकता है. गुणवत्तापूर्ण कृषि उत्पादों के साथ भारत वैश्विक बाजार में अपनी पहचान लगातार मजबूत करेगा. उनका यह संदेश किसानों के साथ-साथ देश की खाद्य सुरक्षा और कृषि आधारित अर्थव्यवस्था के महत्व को भी दर्शाता है.
विकसित भारत के लिए ‘पंचप्रण’
पीएम मोदी ने अपने भाषण में 2047 तक “विकसित भारत” बनाने के संकल्प को दोहराया और उन्होंने पहले बताए गए पंचप्रण (पांच संकल्प) को फिर से याद कराया—
1. विकसित भारत का निर्माण – न रुकेंगे, न झुकेंगे.
2. जीवन से गुलामी के हर अंश को मिटाना.
3. अपनी संस्कृति और विरासत पर गर्व करना.
4. एकता का मंत्र अपनाना – यही सबसे बड़ी ताकत है.
5. आत्मनिर्भर भारत को साकार करना.
और उन्होंने कहा कि इन संकल्पों को अपनाकर भारत 2047 में दुनिया की अग्रणी ताकत बनेगा.
दीपावली तक GST में बड़े सुधार का ऐलान
प्रधानमंत्री के भाषण का आर्थिक दृष्टि से सबसे अहम हिस्सा था GST सुधार का ऐलान. उन्होंने कहा कि दीपावली 2025 तक अगली पीढ़ी का GST सुधार लागू किया जाएगा, जिससे आम जनता और छोटे- मध्यम उद्योगों (MSME) को राहत मिलेगी.
सुधार के मुख्य बिंदु:
रोजमर्रा की ज़रूरी चीजों पर GST दरों में कटौती.वर्तमान GST स्लैब (0%, 5%, 12%, 18%, 28%, और विशेष दरें 0.25% व 3%) की समीक्षा. MSME को कर भार से राहत और व्यवसाय में सुगमता.
मोदी ने इसे आम आदमी के लिए “त्योहार का तोहफ़ा” बताते हुए कहा कि यह सुधार अर्थव्यवस्था को और मज़बूत करेगा.
रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म का दशक
प्रधानमंत्री ने बीते 10 वर्षों को “Reform, Perform and Transform” का दशक करार दिया.
उन्होंने बताया कि,40,000 से अधिक अनावश्यक सरकारी नियम और अनुपालन समाप्त किए गए.नई आयकर संहिता में 280 से अधिक धाराएं हटाकर कर प्रणाली को सरल और पारदर्शी बनाया गया.सरकारी प्रक्रियाओं को तेज़ और आसान बनाकर व्यवसायिक माहौल सुधारा गया.आत्मनिर्भर भारत की दिशा में कदम .मोदी ने जोर देकर कहा कि भारत को वैश्विक बाजार में गुणवत्तापूर्ण उत्पादों के साथ अपनी पहचान बनानी होगी. इसके लिए सरकार निरंतर काम कर रही है. और उन्होंने कहा की “भारत को अब कोई रोक नहीं सकता.हमारी क्षमता और हमारी मेहनत से हम विश्व के हर क्षेत्र में अपनी जगह मजबूत करेंगे.