Pm modi japan visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शुक्रवार को एशिया के दो बड़े आर्थिक ताकतों चीन और जापान की यात्रा पर हैं. अपने इस चार दिवसीय यात्रा के पहले चरण में पीएम मोदी जापान की राजधानी टोक्यों पहुंचे हैं, जहां उनका बड़ी ही सादगी के साथ स्वागत हुआ. भारतीय प्रधानमंत्री का जापान दौरा 7 सालों में उनकी पहली यात्रा है. पीएम मोदी की इस जापान यात्रा पर व्यापार और निवेश संबंधों को बढ़ावा देने पर फोकस माना जा रहा हैं. कल यानी 30 अगस्त 2025 को प्रधानमंत्री मोदी जापान के पीएम यानी अपने समकक्ष शिगेरू इशिबा के साथ वार्षिक शिखर वार्ता करेंगे.
इतना ही नहीं, पीएम मोदी की इस यात्रा के दौरान जापानी प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा भारत में अरबों डॉलर के निवेश की योजनाओं के लक्ष्य की घोषणा कर सकते हैं. जापानी रिपोर्ट के मुताबिक, जापान कथित तौर पर अगले दशक में अपने निजी क्षेत्र के निवेश को भारत में दोगुना करने 10 ट्रिलियन येन( 68 अरब डॉलर) करने पर फोकस कर रहा हैं.
वहीं ऐसा माना जा रहा है कि, प्रधानमंत्री मोदी और जापानी पीएम की मुलाकात के दौरान दोनों एशियाई देश 17 साल में पहली बार सुरक्षा सहयोग पर अपने संयुक्त घोषणापत्र में संशोधन करने की योजना रखते हैं. ये दोनों सरकारें एक आर्थिक सुरक्षा पहल भी शुरू करेंगी, जो आर्थिक सुरक्षा चुनौतियों का समाधान करने के लिए नया द्विपक्षीय सहयोग ढांचा का एक बड़ा माध्यम होगा. इसे लेकर जापान में भारत के राजदूत सिबी जॉर्ज ने एक बड़ा खुलासा कर बताया कि दोनों पीएम की ये मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है.
इन दोनों देशों के बीच चर्चा द्विपक्षीय मुद्दों से आगे बढ़ेगी और क्वाड (QUAD) जैसे बहुपक्षीय ढांचे पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जो एक शांतिपूर्ण और स्थिर हिंद-प्रशांत क्षेत्र सुनिश्चित करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसी के आगे सिबी जॉर्ज ने कहा, भारत के साथ अमेरिका का रवैया इन दिनों कुछ ठीक नहीं हैं. जिसके चलते मजबूत भारत देश व्यापारिक तनाव का सामना कर रहा है, यहीं कारण है कि नई दिल्ली राजधानी टोक्यो के साथ आर्थिक संबंधों को गहरा करने और निवेश के नए रास्ते तलाशने में लगा हुआ हैं. आशा है कि इन उम्मीदों पर पानी न फिरे तो काफी बेहतर होगा.
15वें भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए पीएम मोदी जापान में शिरकत कर चुके हैं. इस दौरान उन्होंने खुद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर टोक्यो पहुंचने की जानकारी देते हुए लिखा मैं इस यात्रा के दौरान जापानी प्रधानमंत्री इशिबा और अन्य लोगों से मिलने के लिए काफी उत्सुक हूं, जिससे मौजूदा साझेदारियों को मजबूत करने के साथ-साथ सहयोग के नए रास्ते भी तलाशने का अवसर मिलेगा. अपने इस जापान दौरे के बाद से पीएम मोदी शंघाई सहयोग संगठन यानी (एससीओ) शिखर सम्मेलन के लिए चीन रवाना होंगे. जिसे लेकर खूब चर्चाए हो रही हैं.
बता दें कि पीएम मोदी का ये जापान दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब भारत के साथ दोस्ती की मिसाल पेश करने वाला अमेरिका अपना तेवर दिखा रहा है. दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50 प्रतिशत का भारीभरकम टैरिफ लगाया है, जिसकी वजह है कि भारत रूस से तेल की खरीदारी करता है जो डोनाल्ड ट्रंप को जरा भी रास नहीं आ रहा है. इससे तिलमिलाएं ट्रंप ने इस तरह का रवैया अपनाया है. हालांकि ट्रंप के इस बेहूदे कारनामें ने भारत और अमेरिका के रिश्तों में दरार पैदा कर दी है.
ऐसे में ये कहना जरा भी गलत नहीं होगा कि, पिछले 25 सालों से दोनों देशों के बीच विश्वास बहाली के लिए अमेरिका और भारत की तरफ से जो मेहनत की गई है, उसे ट्रंप ने पल भर में ही बर्बाद कर दिया है. लेकिन, इसका असर भारत पर तो पड़ेगा ही, पर फिर भी भारत इतना सक्षम है कि वो ट्रंप के इस टैरिफ का भी डट कर सामना कर सकता है, दिक्कत तो अमेरिका के लिए है, जो उसके ही टैरिफ की मार ट्रंप पर पड़ने लगी है. जी हां, अब अमेरिका के लोग ही डोनाल्ड ट्रंप की तीखी आलोचनाएं कर रहे हैं.