वाराणसी: तेवर गांव (चोलापुर) के कुणाल गोंड हत्याकांड को लेकर सोमवार को समाजवादी पार्टी ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया. सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि मामले में पुलिस की कार्रवाई निष्पक्ष नहीं है और एक मंत्री के दबाव में आरोपियों को बचाने की कोशिश हो रही है. इस दौरान सपाइयों ने पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल को भी हटाने की मांग की है.
मामले को दबाने का आरोप
प्रदर्शन को देखते हुए कैंट और शिवपुर थाने की पुलिस को मौके पर तैनात किया गया था. वहीं, प्रदर्शनकारियों ने जिला मुख्यालय पर एसीएम तृतीय को ज्ञापन सौंपा. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पीड़ित परिवार की एफआईआर दर्ज नहीं की जा रही है और पुलिस मामले को सड़क दुर्घटना बताकर दबाने की कोशिश कर रही है. प्रदर्शन की अगुवाई सपा अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मंत्री व्यासजी गोंड तथा जिलाध्यक्ष सुजीत यादव ने की. सपा कार्यालय से निकले जुलूस में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं और तेवर गांव के ग्रामीणों ने हिस्सा लिया.
नदी किनारे मिला था शव
गौरतलब है कि 21 जुलाई को 18 वर्षीय कुणाल गोंड का शव नाद नदी के किनारे से बरामद हुआ था और एक दिन पहले वह अपने दोस्तों के साथ जन्मदिन की पार्टी में शामिल होने के लिए घर से निकला था. देर रात जब वह वापस नहीं लौटा तो परिजन ने तलाश शुरू की और अगले दिन ग्रामीणों ने नदी किनारे शव देखा था. परिजन का आरोप है कि कुणाल की हत्या उसके दोस्तों ने की ही की है जिनसे रास्ते को लेकर पुराना विवाद चल रहा था. पुलिस ने शुरुआती जांच में इसे सड़क हादसा बताया जिस पर परिवार ने कड़ा विरोध जताया है.