
वाराणसी: प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम जयापुर में शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' रैली का आयोजन किया गया. आशा ट्रस्ट और लोक समिति के तत्वावधान में आयोजित इस रैली में बालिकाओं ने भ्रूणहत्या, दहेज और बाल विवाह जैसी कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाई.
जयापुर और आसपास के गांवों से आई बालिकाओं ने जयापुर से चंदापुर बाजार तक ' रैली निकालकर 'भ्रूणहत्या बंद करो', 'बाल विवाह बंद करो', 'दहेज बंद करो' जैसे नारे लगाए. रैली में शामिल लड़कियों ने प्रधानमंत्री से दहेज लोभियों और कन्या भ्रूण हत्या करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. इस रैली में बड़ी संख्या में मुस्लिम लड़कियां भी शामिल थीं.

विभिन्न मुद्दों पर किया नाटक
रैली के समापन के बाद चंदापुर बाजार में बालिका महोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसका उद्घाटन यूरोप से आईं शोध छात्रा श्रेया और लोक समिति के संयोजक नंदलाल मास्टर ने दीप प्रज्वलित कर किया. इस महोत्सव में लड़कियों ने भ्रूण हत्या, दहेज, बाल विवाह, लैंगिक असमानता और यौन उत्पीड़न जैसे मुद्दों पर नाटक, भाषण और सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए.
कार्यक्रम के दौरान आयोजित विचार गोष्ठी में लोक समिति के संयोजक नंदलाल मास्टर ने कहा कि प्रधानमंत्री लड़कियों को समाज में बराबरी के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं, लेकिन जब तक समाज जागरूक नहीं होगा, उन पर अत्याचार जारी रहेगा. सामाजिक कार्यकर्ता नीति ने दहेज, बाल विवाह और कन्या भ्रूण हत्या को समाज के लिए अभिशाप बताया और इसे जड़ से मिटाने के लिए महिलाओं को आगे आने का आह्वान किया.
मिशन शक्ति की दी जानकारी
एक अन्य सामाजिक कार्यकर्ता शर्मिला ने सरकार के 'स्वच्छ भारत' और 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियानों की सराहना की, लेकिन सार्वजनिक स्थलों और स्कूलों में सामुदायिक शौचालयों की दयनीय स्थिति पर चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि इस कारण लड़कियों को बाहर निकलने और स्कूल जाने में कठिनाई होती है. राजातालाब थाने से आए एसएचओ दयाराम और एसआई मानसी यादव ने 'मिशन शक्ति अभियान फेस 5' और हेल्पलाइन नंबरों के बारे में जानकारी दी.
कार्यक्रम में स्वागत सिताबुन और बेबी ने किया, जबकि अध्यक्षता अनीता ने की. मैनबबानो वर्षा ने कार्यक्रम का संचालन किया और संयोजिका सोनी व सीमा ने धन्यवाद ज्ञापन दिया.





