
वाराणसी - रामनगर थाना क्षेत्र के सुजाबाद इलाके में मंगलवार की शाम कफ सिरप तस्करी रैकेट के खिलाफ एसआईटी को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है. एसआईटी के अध्यक्ष टी. सरवणन के नेतृत्व में गठित टीम ने एक ई-रिक्शा चार्जिंग सेंटर में छापा मारकर भारी मात्रा में प्रतिबंधित कोडीन कफ सिरप बरामद किया. बताया जा रहा है कि इस सेंटर को चोरी-छिपे गोदाम के रूप में उपयोग किया जा रहा था, जहां हजारों कार्टन में भरी कफ सिरप की शीशियां दबाकर रखी गई थीं. इस मामाले में पुलिस ने रोहित वर्मा को गिरफ्तार किया है.
जानकारी के अनुसार, एसआईटी टीम को सूचना मिली थी कि करीबियों के नेटवर्क के जरिए चल रहा यह गोदाम तीन महीने पहले किराए पर लिया गया था. राहुल नाम का युवक इस जगह को किराए पर लेकर यहां ‘झोले’ का कारोबार दिखाया था, जबकि कमरे को हमेशा बंद रखा जाता था. मौके पर पहुंची टीम ने अंदर से लगभग 30 हजार शीशियां बरामद कीं, जिनकी MRP 211 रुपये प्रति शीशी के हिसाब से कुल कीमत करीब 63 लाख रुपये आंकी गई है.

शुभम जायसवाल के नेटवर्क से जुड़ा है ये गोदाम
जांच में सामने आया कि यह गोदाम कफ सिरप तस्करी के सरगना शुभम जायसवाल के नेटवर्क से जुड़ा है. बरामद माल उसी खेप का हिस्सा बताया जा रहा है, जिसे कुछ दिन पहले रोहनिया के एक जिम से भी पकड़ा गया था. एसआईटी की प्राथमिक जांच में यह भी स्पष्ट हुआ कि इस गोदाम का संचालन मनोज कुमार यादव के स्टैंड से होता था, जो औसानगंज का रहने वाला बताया जा रहा है. मनोज, शुभम जायसवाल का करीबी बताया जा रहा है. छापेमारी के दौरान आरोपी मौके से भाग गया.

कुछ दिन पहले रोहनिया कफ सिरप मामले में गिरफ्तार हुए आजाद जायसवाल की गाड़ी इसी गोदाम के पास खड़ी मिली थी. इसी सुराग के आधार पर एसआईटी ने लोकेशन की पुष्टि करने के बाद छापेमारी की. टीम अब फरार आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है, जबकि गोदाम से बरामद कार्टन, रैपर और संबंधित दस्तावेज जब्त कर लिए हैं. एडीसीपी टी. सरवणन ने बताया कि यह कफ सिरप तस्करी नेटवर्क के बड़े सिंडिकेट से जुड़ी हो सकती है. जांच में यह भी देखा जा रहा है कि इतने बड़े पैमाने पर कोडीन युक्त कफ सिरप किस चैनल के माध्यम से वाराणसी में पहुंच रहा था और इसे आगे कहां सप्लाई किया जाना था. टीम ने गोदाम को सील कर दिया है और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं.




