
वाराणसी - काशी हिंदू विश्वविद्यालय में मंगलवार मध्यरात्रि गाडी से धक्का लगने को लेकर बवाल हो गया. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मामले की शिकायत करने प्राक्टर कार्यालय पहुंचे छात्रों और सुरक्षाकर्मियों के बीच कहासुनी इतनी बढ़ी कि देखते ही देखते स्थिति बेकाबू हो गई. छात्रों ने आरोप लगाया कि उनकी बात नहीं सुनी गई, जिसके बाद उन्होंने पथराव शुरू कर दिया. हालात बिगड़ते देख पुलिस को बुलाना पड़ा और करीब तीन घंटे तक परिसर में तनाव की स्थिति बनी रही.

छात्र और सुरक्षाकर्मी चाटिल
बीएचयू परिसर में घंटों अराजकता का माहौल रहा. पथराव और मारपीट में 50 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं, जिनमें 10 पुलिसकर्मी, 20–25 छात्र और 10–15 प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्य शामिल बताए जा रहे हैं. घटना के बाद विश्वविद्यालय हॉस्टल मार्ग को तुरंत बंद कर दिया गया. चीफ प्रॉक्टर प्रो. शिव प्रकाश सिंह ने बताया कि अभी किसी तरह की शिकायत नहीं मिली है. सीसीटीवी फुटेज की जांच और साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं.
घटना की शुरुआत देर रात राजाराम हॉस्टल के पास हुई, जहां एक गाड़ी ने बिड़ला हॉस्टल के छात्र को धक्का मार दिया. नाराज छात्र शिकायत लेकर चीफ प्रॉक्टर ऑफिस पहुंचे, लेकिन एक्शन न होने का आरोप लगाते हुए छात्रों और सुरक्षाकर्मियों के बीच तीखी नोकझोंक शुरू हो गई. थोड़ी ही देर में सैकड़ों छात्र जुट गए और कुलपति आवास के बाहर विरोध धरना प्रदर्शन करने लगे.
पथरबाजी का वीडियो आया सामने

धीरे-धीरे मामला इतना गंभीर हो गया कि छात्रों और प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सुरक्षाकर्मियों के बीच पथराव शुरू हो गया. एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें छात्र पत्थरबाजी करते दिख रहे हैं, वहीं सुरक्षाकर्मी उन्हें खदेड़ते नजर आ रहे हैं. बिड़ला हॉस्टल से रुइया हॉस्टल तक लगभग 500 मीटर के क्षेत्र में पत्थर ही पत्थर बिखरे पाए गए. मौके पर तीन थानों और 10 चौकियों की पुलिस और चार ट्रक पीएसी भी पहुंच गई. छात्रों को पुलिस ने हॉस्टल तक खदेड़ा. तीन घंटे तक कैंपस में तनाव की स्थिति रही.




