
यातायात माह 2025 के तहत गुरुवार को पुलिस लाइन चौराहे पर सुरक्षा जागरूकता का अनोखा संदेश देखने को मिला. कार्यक्रम का नेतृत्व अपर पुलिस आयुक्त शिवहरि मीना ने किया, जहां राह चलते लोगों को हेलमेट का वितरण कर यातायात नियमों के पालन के लिए प्रेरित किया गया.
कार्यक्रम के दौरान अपर पुलिस आयुक्त शिवहरि मीना ने बिना हेलमेट चल रहे एक परिवार को रोककर उन्हें सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराया. इस मौके पर उन्होंने बच्चे को आगे बढ़ाकर उसी के हाथों उसके पिता को हेलमेट पहनवाया. साथ ही बच्चे से यह शपथ दिलाई कि—“पापा बिना हेलमेट पहने बाइक लेकर घर से बाहर नहीं निकलेंगे.” इस भावनात्मक पहल ने मौके पर मौजूद लोगों को भी हेलमेट पहनने के लिए प्रेरित किया.
चालान से बचने के लिए नहीं सुरक्षा है जरूरी

अभियान में एडीसीपी ट्रैफिक, एसीपी ट्रैफिक, ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी और बड़ी संख्या में पुलिस जवान मौजूद रहे. अधिकारियों ने दोपहिया वाहन चालकों से अपील की कि हेलमेट केवल चालान से बचने के लिए नहीं, बल्कि जीवन की सुरक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक है. इसी उद्देश्य से यातायात माह में शहर भर में जागरूकता कार्यक्रम, नियम पालन पर विशेष निगरानी और सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई गतिविधियाँ आयोजित की जा रही हैं.
अपर पुलिस आयुक्त ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों और गंभीर चोटों को कम करने के लिए हेलमेट पहनना सबसे सशक्त उपाय है. पुलिस विभाग का प्रयास है कि वाराणसी को सुरक्षित यातायात व्यवस्था वाला शहर बनाया जाए और हर नागरिक इस मुहिम का हिस्सा बनें.
नियमों की न हो अनदेखी
कार्यक्रम के दौरान पुलिस लाइन चौराहे पर राहगीरों को भी हेलमेट पहनने, सीट बेल्ट लगाने और निर्धारित गति सीमा का पालन करने का संदेश दिया गया. अधिकारियों ने चेताया कि यातायात नियमों की अनदेखी न केवल कानूनन गलती है, बल्कि अपनी और परिवार की सुरक्षा से खिलवाड़ भी है.




