वाराणसी : बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) 12 अगस्त एक बार फिर महिला सुरक्षा के मुद्दे पर सुर्खियों में आ गया है. सुबह हुई एक घटना ने विश्वविद्यालय परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. यह मामला BHU की एक एमबीबीएस छात्रा से छेड़खानी का है, जिसमें तीन आरोपित युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इनमें से दो बीएचयू के ही पूर्व छात्र बताए जा रहे हैं, जबकि एक युवक बाहरी है.
बदतमीजी संग छेड़खानी की कोशिश
बताया गया कि यह घटना रविवार तड़के करीब 4 बजे हुई. पीड़ित छात्रा अपने चार साथियों के साथ साइबर लाइब्रेरी से लौट रही थी . वे लोग परिसर के भीतर सड़क से गुजर रहे थे कि तभी तीन बाइक सवार युवक उनके सामने आकर रुके और लड़की के साथ बदसलूकी करने लगे .
पीड़िता के अनुसार, आरोपियों ने बाइक रोकते ही उसपर अश्लील टिप्पणियां करनी शुरू कर दी. जब छात्रा और उसके साथी छात्रों ने विरोध किया तो युवकों ने बदतमीजी और छेड़खानी की कोशिश की. स्थिति बिगड़ने लगी तो छात्र-छात्राओं ने तुरंत शोर मचाया. इससे आरोपी वहां से भागने लगे, लेकिन BHU के प्रोक्टोरियल बोर्ड की टीम मौके पर पहुंच गई. इसके पहले भी बीएचयू में ऐसी घटना हो चुकी है ,लेकिन प्रशासन की लापरवाही और कड़ाई न होने के चलते मनबढ़ों का मन बढ़ते जा रहा है .
प्रोक्टोरियल बोर्ड ने सतर्कता दिखाते हुए भागते हुए तीनों युवकों को पकड़ लिया. बाद में उनकी पहचान राहुल यादव, सुनील यादव और चंदन राय के रूप में हुई. शुरुआती जांच में पता चला कि राहुल और सुनील BHU के पूर्व छात्र हैं, जबकि चंदन राय बाहरी व्यक्ति है. तीनों को पहले भी विश्वविद्यालय परिसर में घूमते देखा गया था, लेकिन उस समय उन पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं हुई थी.
कानूनी कार्रवाई
घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रोक्टोरियल बोर्ड ने तीनों को तत्काल थाना लंका पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस ने पीड़िता के बयान के आधार पर छेड़खानी और अन्य संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया. सोमवार को तीनों आरोपितों को जेल भेज दिया गया. पुलिस का कहना है कि मामले की जांच आगे भी जारी रहेगी और यदि इनके खिलाफ पहले से कोई आपराधिक इतिहास मिलता है तो उसे भी रिकॉर्ड में जोड़ा जाएगा.
छात्राओं में रोष और विरोध
इस घटना ने BHU की महिला छात्राओं में गुस्सा भर दिया है. उनका कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन लंबे समय से सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के दावे कर रहा है, लेकिन रात के समय परिसर में बाहरी लोगों की आवाजाही पर कोई ठोस नियंत्रण नहीं है. कई छात्राओं ने आरोप लगाया कि कैंपस के कई हिस्सों में सुरक्षा कैमरे या तो काम नहीं करते या उनकी कवरेज सीमित है.
छात्र संगठनों की मांग
घटना के बाद BHU के छात्र संगठनों ने भी प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. उन्होंने विश्वविद्यालय में सुरक्षा व्यवस्था को तत्काल सुधारने की मांग रखी. उनकी प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं ..
1. रात में गश्त बढ़ाई जाए, खासकर लाइब्रेरी और हॉस्टल के बीच आने-जाने वाले रास्तों पर.
2. सुरक्षा कैमरे पूरी क्षमता से काम करें और उनकी नियमित निगरानी की जाए.
3. बाहरी लोगों की एंट्री पर सख्त रोक लगाई जाए, खासकर देर रात में.
4. महिला हेल्पलाइन और इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम को मजबूत किया जाए, ताकि किसी भी घटना पर तुरंत कार्रवाई हो सके.
BHU प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना के सामने आने के बाद BHU प्रशासन ने कहा कि सुरक्षा को लेकर पहले से ही कई सख्त कदम उठाए जा रहे हैं, लेकिन इस मामले को बहुत गंभीरता से लिया जा रहा है. प्रशासन का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ कानून के तहत कड़ी से कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी और भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा उपाय लागू किए जाएंगे.