
वाराणसी - मंडलीय अस्पताल में मरीजों के लिए सुविधाओं को उन्नत किया जा रहा है. यहां विभागों में कई मशीनें एआई सिस्टम पर अपग्रेड की जा रही है. वहीं, कई नई मशीनें भी लगवाई जा रही हैं. इससे पूर्वांचल के चंदौली, भदोही, गाजीपुर, मिर्जापुर और सोनभद्र के मरीजों को बड़ा फायदा होगा. उन्हें इलाज के लिए बीएचयू या अन्य निजी अस्पतालों में नहीं भटकना पड़ेगा.
रिपोर्ट की सटीकता और निदान में होगा बड़ा सुधार
अस्पताल के एसआईसी डॉ. बृजेश कुमार ने बताया कि पैथोलॉजी विभाग में हार्मोनल जांच के लिए आर्किटेक्ट मशीन, ब्लड गैस एनालिसीस के लिए एबीजी मशीन और बॉडी फ्लूइड एनालिसिस के लिए एनालाइजर मशीन लगाई जा रही हैं. इन उपकरणों के आने से रिपोर्ट की सटीकता और समय पर निदान में बड़ा सुधार होगा.
डेंटल विभाग में आरवीजी मशीन, ओपीजी मशीन और उन्नत दंत उपचार उपकरण लगाए जा रहे हैं. नेत्र विभाग में नॉन-कॉन्टेक्ट टोनोमीटर, फंडस कैमरा, ए एंड बी स्कैन और विभिन्न प्रकार के आधुनिक माइक्रोस्कोप लगाए जा रहे हैं. आधुनिक माइक्रोस्कोप लगने से लेप्रोस्काेपिक सर्जरी आसानी से हो सकेगी.
डॉ. बृजेश ने बताया कि ऑपरेशन थियेटर को भी पूरी तरह आधुनिक बनाया जा रहा है. इसमें कंप्लीट लेप्रोस्कोपी सेट और एआई युक्त एनेस्थेसिया वर्क स्टेशन शामिल हैं, जो सर्जरी के दौरान डॉक्टरों को अधिक सुरक्षा देंगे. ऑर्थोपेडिक विभाग में सी-आर्म मशीन का नवीनतम संस्करण, रेजियोट्रोराल्यूरोन्ट आर्थोपेडिक ओटी टेबल तथा अन्य अत्याधुनिक उपकरण लगाए जा रहे हैं.
ईएनटी विभाग में ऑटो एंडोस्कोप विथ एचडी मॉनिटर, ईएनटी ऑपरेटिंग माइक्रोस्कोप विथ एचडी मॉनिटर और अन्य आधुनिक उपकरण लगाए जाएंगे. इसके अलावा पांच टेक्सला एमआरआई मशीन, डिजिटल एक्स-रे मशीन, दो अतिरिक्त एंबुलेंस, शक्तिशाली जनरेटर सेट मंगाए जा रहे हैं.

सीएचसी - पीएचसी पर हो रहा ईसीजी
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में फ्रीजर, ईसीजी और न ही है स्पाइरोमीटर की शिकायत को संज्ञान लेते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि वाराणसी में शहरी एवं ग्रामीण सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र/प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर ईसीजी का कार्य सम्पादित किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि शहरी/ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों पर अक्टूबर माह में कुल 3048 ईसीजी किया गया है तथा हृदय रोग एवं श्वसन रोग से सम्बन्धित गम्भीर बीमारियों के बारे में ससमय जानकारी प्राप्त हुई और साथ ही इंजेक्शन टेनेक्टेप्लस लगाकर 06 रोगियों को थ्रम्बोलाइसिस प्रक्रिया के द्वारा सामान्य जन की रक्षा की गयी. दिसंबर, 2023 से अब तक 48,572 रोगियों का ईसीजी किया गया. जबकि इस अवधि में अब तक 181 रोगियों को इंजेक्शन टेनेक्टेप्लस लगाकर थ्रम्बोलाइसिस प्रक्रिया के द्वारा सामान्य जन की रक्षा की गयी.




