वाराणसी : अमेरिका द्वारा भारत से आयात होने वाले सामान पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाए जाने के बाद स्थाेनीय कारोबारियों में हड़कंप की स्थिति है. इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में साड़ियों का कारोबार काफी प्रभावित हुआ है. यहाँ के कारोबारियों का कहना है कि इसके कारण सालाना करीब 200 से 300 करोड़ का कारोबार प्रभावित होगा. अमेरिका में भारत से करीब 15 प्रतिशत साड़ियां निर्यात की जाती हैं. टैरिफ में बढ़ोतरी के कारण यहाँ के कारोबारियों के ऑर्डर कैंसिल होने लगे हैं और ज्यादातर ऑर्डर्स को होल्ड पर कर दिया गया है.
साड़ी उद्योग में 15 से 20 प्रतिशत का नुकसान
वाराणसी वस्त्र उद्योग के वॉइस प्रेसिडेंट राजन बहल ने बताया कि बनारसी साड़ी के उद्योग में करीब 15 से 20 प्रतिशत का नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि यहाँ से हैंडलूम का माल अमेरिका एक्सपोर्ट किया जाता था, इसपर काफी असर पड़ेगा. हालांकि अभी इसका असर उतना नहीं है लेकिन भविष्य में यह काफी असर डालेगा और करीब 200 से 300 करोड़ का नुकसान होगा. कई ऑर्डर्स कैंसिल हुए हैं और फ़िलहाल नए आर्डर मिलने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं. राजन बहल ने बताया कि अमेरिका भेजी जाने वालीं साड़ियां बेस्ट क्वालिटी की होती थीं जिन्हे हैंडलूम पर तैयार किया जाता था.
कारोबारी ने कही ये बात
बनारसी साड़ी के कारोबारी सर्वेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ के बाद उनका 20 लाख का माल होल्ड हो गया है जबकि 10 लाख का माल वापस आ गया है. उन्होंने कहा कि हर देश की अलग-अलग डिमांड और कलर कॉम्बिनेशन होता है जिसे किसी अन्य देश के लोग नहीं खरीदेंगे. इसके साथ ही हैंडलूम पर काम करने वाले बुनकरों के रोजी रोटी पर भी संकट खड़ा हो गया है. यदि बैंक से लिए गए लोन की किश्त को नहीं चुकाया गया तो वो हमें डिफाल्टर की लिस्ट में डाल देंगे. सरकार अगर हैंडलूम और हेंडीक्राफ्ट को GST से बहार कर देगी तो थोड़ी राहत मिल सकती है यदि ऐसा नहीं हुआ तो हालत बदतर हो जायेंगे.