वाराणसी : तस्करी कर वाराणसी से बक्सर (बिहार) ले जा रहे लाखों रूपये मूल्य के चांदी के आभूषणों संग पुलिस ने बुधवार को दो तस्करों को गिरफ्तार किया है. दोनों तस्कर वाराणसी के निवासी हैं. इनकी पहचान मनीष यादव (निवासी , पियरी,) और प्रशांत कुमार वर्मा (निवासी मधनेश्वर, वाराणसी) के रूप में हुई. इन दोनों के पास इन आभूषणों से संबंधित कोई वैध दस्तावेज नहीं थे. पुलिस को यह कामयाबी चंदौली जिले के डीडीयू जंक्शन पर बुधवार की सुबह मिली जब दोनों तस्कर बिहार जाने के लिए ट्रेन पकड़ने प्लेटफार्म पर जा रहे थे.
पहुंची आयकर विभाग की टीम
घटना की गंभीरता को देखते हुए आयकर विभाग, वाराणसी को तत्काल सूचना दी गई. आयकर विभाग के अधिकारी राजेश कुमार, सहायक प्रज्ञा कुमारी और मूल्यांकनकर्ता गिरधर गोपाल मौके पर पहुंचे और बरामद चांदी का मूल्यांकन किया. तस्करों के पास से बरामद आभूषणों का कुल वजन 8.506 किलोग्राम पाया गया. इसकी अनुमानित कीमत चार लाख 47 हजार 817 रुपये आंकी गई. मूल्यांकन पूर्ण होने के बाद आयकर अधिकारियों ने आभूषणों को जब्त कर इसका प्रमाण पत्र जारी किया.
इस तरह गिरफ्तार हुए तस्कर
बताया गया कि गश्त और नियमित चेकिंग के दौरान पुलिस टीम ने डीडीयू स्टेशन के पैदल पुल पर दो संदिग्ध युवकों को एक काले रंग के पिट्ठू बैग के साथ देखा. उनकी गतिविधियां संदिग्ध लगने पर टीम ने उन्हें रोककर पूछताछ की जिसपर वे गोलमोल जवाब देने लगे. शक गहराने पर उनके बैग की तलाशी ली गई, जिसमें सफेद धातु के आभूषणों के कई पैकेट मिले. दोनों युवकों को हिरासत में लेकर आरपीएफ पोस्ट लाया गया और विस्तृत पूछताछ की गई. तलाशी के दौरान प्रशांत के बैग से कुल 8 पैकेट बरामद हुए है. इनमें से 7 पैकेट में 194 चांदी की पायलें और 1 पैकेट में 15 पंजा पाए गए इसके बाद, बरामद आभूषण और दोनों आरोपियों को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए आयकर विभाग को सौंप दिया गया. विभाग अब मामले की जांच कर तस्करी से जुड़े अन्य पहलुओं और संभावित नेटवर्क का पता लगाएगा.
गिरफ्तारी व बरामदगी करने वाली टीम
तस्करों को गिरफ्तार करने वाली टीम का नेतृत्व आरपीएफ पोस्ट डीडीयू के प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार रावत और जीआरपी थाना डीडीयू के प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार सिंह ने किया. टीम में आरपीएफ के उप निरीक्षक अमरजीत दास, निशांत कुमार, कांस्टेबल दीपक कुमार सिंह, संतोष कुमार त्रिपाठी और जीआरपी के उप निरीक्षक संदीप कुमार शर्मा सहित अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे.
also read:वाराणसी में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए तीन नए चार्जिंग स्टेशन लगाएगा अडाणी ग्रुप
रेलवे मार्गों का उपयोग करते हैं तस्कर
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि तस्कर रेलवे मार्गों का उपयोग अक्सर कीमती धातुओं और अन्य अवैध सामान की ढुलाई के लिए करते हैं, लेकिन समय रहते की गई कार्रवाई इन योजनाओं को नाकाम कर सकती है. डीडीयू जंक्शन पर की गई यह सफलता न केवल चंदौली जिले, बल्कि पूरे पूर्वांचल क्षेत्र में कानून-व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था की मजबूती का संदेश देती है.