वाराणसीः_ 23 जुलाई को वाराणसी से लखनऊ जाने के लिए निकले अधिवक्ता पुत्र बीएससी नर्सिंग के छात्र विमल कुमार सिंह छात्र के अपहरण का सनीखेज मामला सामने आया है. इस प्रकरण में मंगलवार को अधिवक्ताओं के एक दल ने जीआरपी कैंट के सामने जोरदार प्रदर्शन कर अधिकारियों से प्रभावी कार्रवाई की मांग की है.
छात्र के पिता वीर बहादुर सिंह, जो स्वयं वकील हैं ने बताया कि उनका बेटा 23 जुलाई को वाराणसी से लखनऊ जाने के लिए निकला था. सुबह 5:55 बजे उसे ट्रेन संख्या 20401 में उसे सवार कराया गया था. उसी दिन दोपहर 3 बजे जब पिता ने फोन किया, तो उसका मोबाइल फोन स्विच ऑफ मिला. इसके बाद से उन्होंने उसे कई बार फोन किया लेकिन अब तक उसका फोन बंद है.
जम्मू से मांगी गई फिरौती
पिता के अनुसार उनके बेटे की आखिरी लोकेशन सुल्तानपुर बस अड्डा पर मिली थी. इसी बीच 30 जुलाई को उन्हें जम्मू से एक फोन आया, जिसमें 30 हजार रुपये की फिरौती मांगी गई और जानकारी दी गई कि उनका बेटा वहीं पर है .
अपहरण में बदला गया गुमशुदगी का मामला
जीआरपी थाना प्रभारी रजोल नागर ने बताया कि इस मामले में 24 जुलाई को छात्र की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई थी. जांच में पता चला कि छात्र सुल्तानपुर में ट्रेन से उतरा और वहां से बस द्वारा अयोध्या गया. इसके बाद से उसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली. इसके बाद पिता द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर बीएनएस की धारा 140(2) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है .
जम्मू रवाना की गई पुलिस की विशेष टीम
पुलिस ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस की एक विशेष टीम जम्मू के लिए रवाना कर दी गई है, ताकि छात्र की सुरक्षित बरामदगी सुनिश्चित की जा सके. दूसरी ओर आज प्रदर्शन कर वकीलों ने पुलिस को चेतावनी दी है कि यदि इस प्रकरण में जल्द ही प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन को और व्यापक किया जाएगा.