वाराणसी : 11 अगस्त: चुनाव आयोग और भाजपा सरकार द्वारा वोटों में की जा रही कथित धांधली के विरोध में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को जिला मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में इसके विरोध में किए जा रहे प्रदर्शन के दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव और इंडिया गठबंधन के अन्य नेताओं की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए विरोध जताया. उन्होंने चुनाव आयोग पर निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया में गड़बड़ी करने का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की और लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया.
सभी वोटों की धांधली में हैं शामिल
समाजवादी पार्टी के पूर्व महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा "विश्वकर्मा" ने अनोखे अंदाज़ में विरोध दर्ज कराते हुए चाय की केतली लेकर प्रदर्शन किया. उन्होंने तीखा आरोप लगाते हुए कहा कि चाय बेचने समेत कमल के फूल वाले मुखिया से लेकर चुनाव आयोग तक सभी वोटों की धांधली में सक्रिय रूप से शामिल हैं. उन्होंने यह भी कहा कि पीडीए के रक्षक और देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सहित इंडिया गठबंधन के नेताओं की गिरफ्तारी लोकतंत्र पर एक काला धब्बा है. उन्होंने चुनाव आयोग पर भाजपा को फायदा पहुंचाने का आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि आयोग की भूमिका लोकतंत्र की हत्या करने जैसी होती जा रही है, जो आज के दिन को कलंकित कर रही है.
सपा नेता और सेठ ने क्या बताया
चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए सपा नेताओं ने उसकी निष्पक्षता पर गंभीर संदेह व्यक्त किया है. समाजवादी पार्टी के नेताओं जीशान अंसारी और शुभम सेठ ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग जिस प्रकार राहुल गांधी से हलफनामा मांग रहा है, क्या उसी प्रकार आयोग खुद भी एक हलफनामा देगा जिसमें यह सुनिश्चित किया जाए कि यदि कोई भी फर्जीवाड़ा पकड़ा जाता है, तो उसकी पूरी जिम्मेदारी चुनाव आयोग की होगी ? इस संदर्भ में सपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा ने बताया कि पूर्व में समाजवादी पार्टी द्वारा चुनाव आयोग को 18,000 हलफनामे सौंपे गए थे, लेकिन आयोग पूरी तरह निष्क्रिय रहा और आज तक किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया नहीं दी गई. इससे यह स्पष्ट होता है कि आयोग की सभी प्रक्रियाएं संदिग्ध और पक्षपातपूर्ण प्रतीत हो रही हैं.
किसका इशारे पर आयोग कर रहा काम
समाजवादी पार्टी के नेताओं ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि आयोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के इशारे पर काम कर रहा है.उनका कहना है कि जिस प्रकार चुनाव आयोग भाजपा को लाभ पहुंचाने के लिए लोकतंत्र का गला घोंट रहा है, वह अत्यंत चिंताजनक है. सपा नेताओं ने आशंका जताई कि यदि यही स्थिति बनी रही तो वह दिन दूर नहीं जब शोषित, वंचित, दलित, पिछड़े, दमित और अल्पसंख्यक वर्गों को मतदान के अधिकार से ही वंचित कर दिया जाएगा .उन्होंने दावा किया कि इसकी शुरुआत बिहार से हो चुकी है, जो लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए बेहद खतरनाक संकेत है.
इनकी रही उपस्थिति
इस विरोध प्रदर्शन में प्रमुख रूप से सपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा "विश्वकर्मा", जीशान अंसारी, शुभम सेठ "गोलू", खंजाटी सिंह, श्रीराम सिंह यादव, आर. के. गौतम, आनंद यादव, अभिषेक झा, आलोक सौरभ, संजय पहलवान, अजय पटेल, पूर्व पार्षद प्रत्याशी संजय यादव, वीरेंद्र, विमल मिश्रा, कैफ, ओवैस, परवेज समेत कई अन्य कार्यकर्ता समेत कई समर्थक उपस्थित रहे.