वाराणसी : लगातार हो रही भारी बारिश ने शहर की रफ्तार थाम दी है. बीते 24 घंटे में तेज बारिश के चलते शहर के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है. रामनगर, सामनेघाट, ट्रॉमा सेंटर, BHU कैंपस, गोदौलिया, नई सडक समेत कई स्थानों पर पानी भरने से आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है. पानी घरों के अंदर तक घुस गया है, जिससे लोगों के घरेलू सामान खराब हो रहे हैं और संक्रमण का खतरा भी बढ़ गया है. वहीं, सड़कों पर जलभराव के कारण जगह-जगह जाम की स्थिति बनी हुई है और स्कूल-कॉलेज जाने वाले छात्रों व नौकरीपेशा लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
कहां - कहां हुआ जल भराव
वाराणसी के कई जगहों पर जल भराव की स्थिति बनी हुई है . बता दें कि बारिश के चलते रामनगर, सामनेघाट, ट्रामासेंटर, bhu कैंपस आदि जगहों पर जलभराव देखने को मिला. वहीं, लोगों के घरों के अंदर जलभराव हो गया है जिससे उन्हेंा दिक्कोतों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों के घरो में रखे हुए सामान का नुसकान हो रहा है. खाने - पीने वाली चीजें पानी में तैर रही हैं. लोगो के मन में बीते दिनों बाढ़ को लेकर फिर आशंका है कि वही स्थिति फिर न बने. वहीं, घाटों पर आज जल में वृद्धि देखने को मिली.
लोगों को हो रही परेशानी
भरी वर्षा के कारण जगह - जगह जाम की समस्या हो रही है. लोगों को पेरशनियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं स्कूली बच्चों , कॉलेज, ड्यूटी जाने वाले लोग टाइम से अपने स्कूल और कामों पर नई पहुंच पा रहे हैं. लोगों का ये भी कहना है कि जल भराव के कारण उनके जूते चपल , कपडे गंदे हो जाते है जिससे लोगो को वैसे ही जाना पड़ता है.
आवाजाही में दिक्कतें
वाराणसी में भारी बारिश के चलते बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) अस्पताल परिसर में 2 से 3 फीट तक पानी भर गया है. इस जलभराव की वजह से मरीजों और उनके तीमारदारों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. BHU के सिंहद्वार पर भी पानी भरने से आवाजाही में दिक्कतें आ रही हैं.
मार्गो की हालत खराब
अस्सी से गोदौलिया मार्ग तक हालात और भी खराब हैं.यहां सीवर ओवरफ्लो हो गया है, जिसके कारण गलियों में गंदा पानी बह रहा है. इस स्थिति ने संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ा दिया है, खासतौर पर उन इलाकों में जहां जल निकासी की व्यवस्था पहले से ही कमजोर है. बारिश के चलते वाराणसी का अधिकतम तापमान सामान्य से 0.6 डिग्री कम 32.5 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान सामान्य से 1.3 डिग्री कम 24.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. प्रशासन द्वारा अभी तक जलनिकासी को लेकर कोई प्रभावी कदम नहीं उठाए गए हैं, जिससे आम लोगों में नाराजगी देखी जा रही है.