
वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 75वां जन्मदिन इस बार काशी के लिए बेहद खास होने वाला है. नगर निगम वाराणसी ने इस अवसर को यादगार बनाने के लिए बड़े पैमाने पर कार्यक्रमों और विकास कार्यों की योजना तैयार की है. पहली बार पीएम के जन्मदिन पर नगर निगम 111 करोड़ रुपये की जन-उपयोगी परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेगा. मेयर अशोक तिवारी ने बताया कि इस मौके पर नगर निगम कार्यालय में 75 किलो का विशाल केक काटकर उत्सव को और खास बनाया जाएगा.

आठ जोनों और पांच विधानसभाओं में होंगे विकास कार्य
17 सितंबर को होने वाले इस भव्य आयोजन में शहर के आठ जोनों और पांच विधानसभाओं में काम होंगे. इससे विकास योजनाओं का लाभ हर क्षेत्र को मिलेगा और नागरिकों को सीधे तौर पर सुविधा पहुंचेगी.

383 सड़कों और जल निकासी परियोजनाओं का काम
शहर में 383 सड़कों के निर्माण, मरम्मत और जल निकासी का कार्य पूरा किया जाएगा. ये सभी परियोजनाएं 63.76 करोड़ रुपये की लागत से 65.68 किलोमीटर क्षेत्र में होंगी. साथ ही कचरा प्रबंधन को सशक्त बनाने के लिए 8 ट्रांसफर स्टेशन बनाए जाएंगे, जिस पर 1.53 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
75 कुओं का जीर्णोद्धार और शेल्टर होम
काशी की परंपरा और धरोहर को सहेजते हुए 75 कुओं की सफाई और जीर्णोद्धार कराया जाएगा. इसके लिए 1.18 करोड़ रुपये की राशि तय की गई है. वहीं, पांडेयपुर फ्लाईओवर के नीचे 30 लोगों की क्षमता वाला शेल्टर होम बनेगा, जिसकी लागत 30.28 लाख रुपये होगी.
कजरी महोत्सव का आयोजन
प्रधानमंत्री के जन्मदिन की पूर्व संध्या पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे. रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में कजरी महोत्सव का आयोजन किया जाएगा. इसमें पद्मश्री लोकगायिका उर्मिला श्रीवास्तव, रागिनी चंद्रा और प्रियंका चौहान प्रस्तुति देंगी. इस महोत्सव को शहर की 9 संस्थाओं के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है. मेयर ने घोषणा की कि अब हर साल 16 सितंबर को कजरी महोत्सव परंपरा के रूप में आयोजित किया जाएगा.
कुत्तों का पंजीकरण और नई सुविधाएं
नगर निगम जल्द ही कुत्तों का घर बैठे पंजीकरण शुरू करेगा. साथ ही सचल पशु बंदी वाहन को हरी झंडी दिखाई जाएगी. एबीसी सेंटर में कुत्तों के बंध्याकरण की क्षमता भी बढ़ाई जाएगी ताकि आवारा पशुओं की समस्या पर नियंत्रण पाया जा सके. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 75वां जन्मदिन काशीवासियों के लिए विकास, संस्कृति और परंपरा का अनोखा संगम लेकर आ रहा है. यह उत्सव शहर को नई सौगात देने के साथ ही लोक परंपरा को जीवंत करने का अवसर बनेगा.





