
वाराणसी : 7 नवम्बर के दिन होने वाले छठ पूजा के महापर्व के लिए बरेका का सूर्य सरोवर तैयार करने की तैयारी अपने अंतिम चरण में हैं. इसके लिए युद्ध स्तर पर कार्य किए जा रहे हैं. व्यापक साफ-सफाई की व्यवस्था के साथ घाटों और सीढ़ियों की सफाई के साथ ही रंग-रोगन का कार्य जारी है. साथ ही कुंड में लबालब पानी भरा जाएगा. छठ पूजा समिति ने इस महापर्व पर उमड़ने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए इस वर्ष पांच हजार पास जारी करने का निर्णय लिया है। फिलहाल अभी तक सात सौ पास बांटे जा चुके है. एक पास पर पांच लोगों के प्रवेश की अनुमति होगी.
22 चेंजिंग रूम भी बनाए गए
सरोवर के चारो तरफ समिति ने आयोजन स्थल पर व्रती महिलाओं के लिए 22 चेंजिंग रूम भी बनाए गए हैं. साथ ही सरोवर में प्रवेश के लिए तीन द्वार बनाये गए हैं. समिति के अध्यक्ष चंद्रेश्वर ओझा ने बताया कि 7 नवंबर को भजन संध्या का आयोजन किया गया है, जिसमें भक्तिमय माहौल के बीच भजनों का आनंद लिया जा सकेगा. रात्रि में 108 बार हनुमान चालीसा का पाठ होगा. अगले दिन 8 नवंबर को सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया जाएगा.
निःशुल्क चाय के स्टाल संग तीन स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था
समिति के महामंत्री अजय कुमार ने जानकारी दी कि विभिन्न संस्थाओं की तरफ से रातभर सरोवर के आसपास जगह-जगह निःशुल्क चाय के स्टाल भी लगाए जाएंगे. इसी के साथ छठ पूजा में शामिल होने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था तीन स्थानों पर की जाएगी. लोग अपने वाहनों को बरेका इंटर कॉलेज मैदान, बरेका पुलिस चौकी के सामने वाली कॉलोनी और बाल निकेतन स्कूल के पास बने स्टैंड में पार्क कर सकेंगे. बरेका के महाप्रबंधक एसके श्रीवास्तव व विशिष्ट अतिथि सुब्रत नाथ द्वारा सात नवम्बर की शाम अर्घ्य देने के साथ छठ पूजा की शुरुआत होगी.




