
वाराणसी: प्रत्येक रोपवे स्टेशन पर ड्रॉप और पिकअप जोन के लिए निर्धारित स्थल निश्चित किए जाएंगे, जहां से यात्रियों-वाहनों का आवागमन सुगम होगा. रोपवे परियोजना के सुचारु संचालन और स्टेशन क्षेत्रों की व्यवस्थाओं को लेकर वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) के उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग की अध्यथक्षता में हुई बैठक में एनएचएलएमएल (नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड) की परियोजना निदेशक ने उक्तल जानकारी दी. बैठक में गहन चर्चा के बाद निर्देश दिए गए कि प्रत्येक स्टेशन के ड्रॉप एवं पिकअप जोन के लिए भूमि की आवश्यकता होगी, जिसे चिह्नित कर शीघ्र कार्यवाही की जाए.
पार्किंग के संभावित स्थलों की तलाश
इसके अलावा, रोपवे स्टेशनों के समीप पार्किंग व्यवस्था के लिए भी सभी संभावित स्थलों को चिह्नित करने और उनके ले-आउट तैयार कर एरिया सहित डिमार्केशन करने के निर्देश दिए गए. कहा गया कि यह परियोजना सार्वजनिक परिवहन प्रणाली के एक प्रभावी विकल्प के रूप में विकसित की जा रही है, इसलिए इसकी मोबिलिटी और कनेक्टिविटी प्लानिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए. सर्कुलेशन प्लान, पार्किंग, फीडर बसों के संचालन जैसे विषयों पर भी विस्तृत चर्चा की गई.
केंद्र और राज्य सरकार मिलकर इस परियोजना को जनसुविधा से जोड़ते हुए बेहतर सार्वजनिक परिवहन प्रणाली के रूप में विकसित कर रही है. प्रारंभिक तौर पर रोपवे परियोजना का प्रमोटर एनएचएलएमएल है, जो इस कार्य में मेसर्स विश्व समुद्र इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड और स्विट्जरलैंड की कंपनी बर्थोलेट की तकनीकी सहायता ले रहा है.

शहर के डिवाइडरों पर चित्रकारी कराएगा वीडीए
वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) की ओर से शहर के डिवाइडरों का सुदंरीकरण चित्रकारी के माध्यम से कराया जा रहा है. पहले चरण में कबीरचौरा मार्ग को मॉडल के रूप में विकसित किया गया है. इस पहल का उद्देश्य डिवाइडरों को बार-बार गंदा करने वालों पर नियंत्रण करना भी है. सड़कों के डिवाइडरों पर गंगा घाटों और बनारस की संगीत परंपरा को चित्रों के माध्यम से प्रदर्शित किया जा रहा है, जिससे शहर की सांस्कृतिक पहचान को और मजबूती मिल सके.
वीडीए के उपाध्यक्ष पुलकित गर्म के अनुसार, शहर के सुदंरीकरण और स्वच्छता की दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. इसी क्रम में डिवाइडरों पर गंगा घाटों की आकर्षक और कलात्मक चित्रकारी कराई गई है. इन चित्रों में गंगा घाटों की विविध छवियां उकेरी गई हैं, जिससे शहर में आने वाले देशी-विदेशी पर्यटक वाराणसी की अद्भुत परंपरा और विरासत से रूबरू हो सकें.




