
वाराणसी : दीपावली करीब आते ही सूरन की मांग बढ़ गई है. सूरन की सब्जी स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक मानी जाती है. वैसे तो पूरे साल इसकी बिक्री होती रहती है, लेकिन ऐसी मान्यता है कि इसका उपभोग दीपावली के दिन अनिवार्य रूप से होता है. इसके लिए सब्जी मंडी के व्यापारियों की ओर से भी बड़े पैमाने पर सूरन का आर्डर दे दिया गया है. मंडी के व्यापारी कैलाश, भोला, रामकिशन, मेहताब, गुड्डू ने बताया कि हर साल की तरह इस साल भी मार्केट में पहाड़ी सूरन और देसी सूरन मौजूद है.
दीपावली के त्यौहार के हिसाब से बड़े पैमाने पर बिहार उसके बाद आंध्रा के सूरन का आर्डर दे दिया गया है. इस समय मार्केट में बिहार के सूरन की ज्यादा डिमांड है. मंडी में रोज 10 पिकअप की खपत हो जा रही है. जो दीपावली तक बढ़ती ही जाएगी.
देसी और पहाडी सूरन का अलग भाव
मंडी में पहाड़ी सूरन का थोक रेट 30 से 40 रुपया प्रति किलो और बाहर फुटकर में 50 से 60 रुपया प्रति किलो में बेचा जा रहा है.
वहीं पुत्तीदार देसी सूरन का थोक रेट 60 रुपया प्रति किलो और मंडी से बाहर फुटकर मार्केट में 70 रुपया प्रति किलो में बेचा जा रहा है.

स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है सूरन
आयुर्वेद चिकित्समकों की माने तो सूरन पेट दर्द, वायु गोला, अमावत तथा यकृत व प्लीहा के मरीजों के लिए काफी लाभ दायक है. साथ ही कृमि, खांसी व श्वांस की तकलीफ वालों मरीजों के लिए भी काफी उपयोगी है. सूरन पोषक रसों के अवशोषण में मदद करके शरीर में शक्ति उत्पन्न करता है. बेचैनी, अपच, गैस, खट्टी डकारें, हाथ-पैरों में दर्द आदि और शारीरिक रूप से कमजोर व्यक्तियों के लिए भी बहुत ही लाभदायी है.
गले में हो जलन तो करें ये उपाय
लोग बडी संख्या में सूरन का सेवन करते हैं, लेकिन कुछ लोग इसे अच्छे से पकाते नहीं हैं. इस कारण अक्सर गले में खुजलाहट और जलन महसूस होने लगती है. यदि इस खुजलाहट का समय पर उपचार नहीं किया जाए तो लोग काफी बड़ी मुसीबत में पड़ सकते हैं. इस खुजलाहट से छुटकारा पाने के लिए घरेलू नुस्खे को आजमाएं. एक कटोरी में गाय या भैंस के दूध से बना शुद्ध देसी घी लें, जिसमें 1 से 3 चम्मच शक्कर डालकर इसे अच्छे से मिला लें. इसका बार 1 से 2 मिनट के अंतर से करीब 3 से 4 बार सेवन करें. इससे गले में होने वाली खुजली से राहत मिलेगी और कुछ ही देर बाद खुजली गायब हो जाएगी. वहीं इसे पकाने में खटाई का उपयोग किया जाए तो राहत मिलती है.




