
वाराणसी: उमस और चिलचिलाती धूप के बीच शनिवार को दोपहर बाद मंडरा रहे काले बादल जमकर बरसे. दो से तीन घंटे तक थोड़े-थोड़े अंतराल के झमाझम हुई बारिश ने जहां वाहनों को चलने से रोक दिया वहीं जो व्यक्ति जहां था वहीं समय काटने के लिए रुकने को मजबूर हो उठा. देखते ही देखते इस बरसात ने शहर माहौल बदलने में भी देर नहीं की. पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार नालों की साफ-सफाई के सभी दावें इस बरसात में बहते नजर आए. जगह-जगह लग गए कमरभर पानी के बीच निकलने को मजबूर नजर आए. बरसात रुकने के बाद यातायात का दबाव बढ़ा तो सड़कों पर वाहनों की कतारें चीटियों की तरह रेंगती नजर आई.

अचानक बदला मौसम का मिजाज
गौरतलब है कि पिछ दो तीन दिनों से वातावरण में नमी इतनी बढ़ गई थी कि बारिश होना लगभग तय माना जा रहा था. आखिरकार दोपहर बाद आसमान में काले बादलों का डेरा जम गया और तेज गर्जना के साथ झमाझम बारिश शुरू हो गई. बारिश ने जहां गर्मी और उमस से राहत दी, वहीं शहर की लचर व्यवस्थाओं की पोल भी खोल दी. उधर लगातार हुई बारिश से मौसम सुहाना हो गया. लोग घरों की बालकनी और दुकानों के बाहर खड़े होकर बारिश का आनंद लेते दिखे.

खेतों के लिए राहत, सब्जियों के लिए खतरा
कृषि वैज्ञानिकों ने इस बारिश को धान की खेती के लिए बेहद लाभकारी बताया है. उनका कहना है कि लंबे समय से किसान समय पर पानी न मिलने की चिंता में थे, लेकिन इस बारिश ने राहत दी है. हालांकि, उन्होंने यह भी चेताया कि ज्यादा बारिश सब्जियों की पैदावार पर असर डाल सकती है.
बाढ़ प्रभावित इलाकों में बढ़ी मुश्किलें
नदी किनारे के इलाकों में पहले से ही बाढ़ का पानी भरा हुआ है. ऐसे में शनिवार की बारिश ने वहां रहने वाले लोगों की मुश्किलें और बढ़ा दीं. लोग छतों और दुकानों के शेड के नीचे बारिश से बचने की कोशिश करते नजर आए.

नगर निगम की खुली पोल, सड़कों पर तालाब जैसा नजारा
शहर की सड़कों पर बारिश शुरू होते ही जलभराव हो गया. गिरजाघर चौराहा, महमूरगंज, चौकाघाट, लहुराबीर, सिगरा, अंधरापुल समेत कई इलाकों में सड़कें तालाब जैसी नजर आईं. बारिश का पानी दुकानों और घरों में घुस गया, जिससे व्यापारियों और स्थानीय लोगों को भारी नुकसान झेलना पड़ा.
लोगों ने कहा— "राहत भी, आफत भी"
स्थानीय लोगों का कहना है कि बरसात से गर्मी और उमस से तो राहत मिली, लेकिन नगर निगम की लापरवाही ने उनका जीना मुश्किल कर दिया. जलभराव से पैदल चलना तो दूर, दोपहिया वाहन तक बंद हो गए.
देर शाम तक बादलों की सक्रियता जारी
शाम चार बजे से शुरू हुई बारिश देर शाम तक रुक-रुक कर होती रही. ठंडी हवाओं के साथ बूंदाबांदी ने वातावरण को और भी सुहावना बना दिया. मौसम विभाग का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक बादलों की सक्रियता बनी रह सकती है. वहीं आज हुई बरसात ने वाराणसी को राहत और आफत दोनों दी—जहां एक ओर गर्मी से परेशान लोगों ने चैन की सांस ली, वहीं जलभराव और अव्यवस्था ने उनकी मुश्किलें भी बढ़ा दीं.





