
वाराणसी: दीपों के त्योहार दीवाली पर छोटी सी असावधानी या लापरवाही बडी दुर्घटना को निमंत्रण दे सकती है. बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल और ट्रामा सेंटर समेत मंडलीय और जिला अस्परतालों में हर साल पटाखों, फुलझड़ियों और दीयों से जलने या चोट लगने की घटनाओं में वृद्धि होती हैं. कभी कभी तो मामूली चोटें भी दिव्यांगता की वजह बन सकती हैं. ऐसे में सावधानी ही बेहतर उपाय है.
जलने के बड़े मामले अक्सर जानलेवा साबित होते हैं. चिकित्सकों का कहना है कि आतिशबाजी के दौरान झुलसने की स्थिति में जले हुए हिस्से को टूथपेस्ट या बर्फ लगाने के बजाय पांच से 10 मिनट के लिए बहते नल के ठंडे पानी के नीचे रखना चाहिए. शीघ्र ही किसी विशेषज्ञ से परामर्श लेना ही उचित होता है. चिकित्सक के पास जाने से पहले छाले को नहीं फोड़ें जबकि गंभीर जलने की स्थिति में नसों के जरिए सलाइन सबसे प्रभावी उपचार है और विशेषज्ञ की तलाश में समय खर्च करने से पहले इसे जल्द से जल्द शुरू कर देना चाहिए.

चेहरे, आंख, कान और हाथ पर अधिक खतरा
पटाखे जलाने में लापरवाही से चेहरे, आंख, कान और हाथ पर सबसे अधिक खतरा होता है. खासकर बच्चों में यह खतरा हमेशा बना रहता है. लोग अंधापन और बहरेपन का शिकार भी हो जाते हैं. कपड़ों में आग लगने से जलन होती है. ढीले या लटकते कपड़े के हिस्से आग की चपेट में आ सकते हैं.
आतिशबाजी के दौरान बरतें सावधानी
पटाखों के लिए खुली जगह का उपयोग करें. ज्वलनशील सामग्री को आतिशबाजी क्षेत्र से दूर रखें. सूती कपड़े पहनें. उपयोग से पहले सावधानी बरतें और जानें कि किसी विशेष आतिशबाजी का उपयोग कैसे करना है और बच्चों को सिखाएं. बच्चों पर नजर रखें और आतिशबाजी के वक्त उनके साथ रहें. जल चुकी वस्तु को पास रखे पानी या रेत की बाल्टी से ठीक से बुझा दें और बढ़े हुए हाथ से, दूरी से जांच करें और जलाएं. पास में पानी का स्रोत अनिवार्य रूप से उपलब्ध रखें.

क्या नहीं करें
पार्किंग स्थल, बंद या भीड़-भाड़ वाले क्षेत्र से बचें. ढीले और लटकने वाले सिरों वाले कपड़े नहीं पहनें और पटाखों का लापरवाही से उपयोग नहीं करें. खराब पटाखों का उपयोग एकदम नहीं करें. खराब पटाखों को दोबारा इस्तेमाल करने की कोशिश नहीं करें, साथ ही जांच या जलाने के लिए पटाखों पर आगे की ओर नहीं झुकें.
क्या करें
दीयों को कमरे के कोनों में रखें और चलते समय साड़ी या दुपट्टे के ढीले सिरों का ध्यान रखें. आग लगने की दुर्घटना पर घबराएं नहीं, साथ ही ज्वलनशील वस्तुओं और पटाखों को आग से दूर रखें. जलने की दुर्घटना पर, धुएं से दूर और कमरे के बाहर खुली जगह खोजें. कमरे के अंदर पटाखे, राकेट का उपयोग नहीं करें.




