
वाराणसी: उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की स्थानीय यूनिट ने अवैध असलहों की तस्करी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है. इस संबंध में मंगलवार को सारनाथ के फरीदपुर रिंग रोड अंडरपास के पास से गिरोह के तीन तस्करों को गिरफ्तार किया गया. इनके कब्जे से 10 पिस्टल (32 बोर), 15 मैगजीन, 3 मोबाइल फोन और 1700 नकद बरामद किए गए.
गिरफ्तार आरोपितों की पहचान प्रशांत राय उर्फ जीतू (चन्दनी कुण्डेसर, थाना मोहम्मदाबाद, गाजीपुर), राहुल ठाकुर (गंगौली, थाना सेमरी, बक्सर, बिहार) और मुकुन्द प्रधान (हुत्सेपुर कोठियां, थाना नोनहरा, गाजीपुर) के रूप में हुई है.

हथियारों का एमपी कनेक्शन
एसटीएफ को लंबे समय से पूर्वांचल में सक्रिय हथियारों की तस्करी करने वाले गिरोह की सूचना मिल रही थी. टास्की फोर्स के निरीक्षक पुनीत परिहार के नेतृत्व में गोपनीय सूचना के आधार पर जांच की गई. जांच में पता चला कि प्रशांत राय, एक दबंग अपराधी, मध्य प्रदेश के खंडवा के कुख्यात तस्कर विष्णु सरदार से 20-25 हजार रुपये में पिस्टल खरीदकर गाजीपुर और बिहार के सीमावर्ती जिलों में 40-50 हजार रुपये में बेचता था. वह अपने साथियों राहुल ठाकुर और मुकुन्द प्रधान के जरिए हथियार मंगवाता था, जिन्हें प्रति डील 4-5 हजार रुपये मिलते थे.
प्रशांत राय का आपराधिक इतिहास रहा है और उसका संपर्क गाजीपुर के मलीकपुरा के तस्कर सुभाष पासी से हुआ, जिसके जरिए उसने हथियार तस्करी शुरू की. बाद में अखण्ड राय और अन्य तस्करों के माध्यम से उसकी पहुंच विष्णु सरदार तक हो गई. गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ थाना सारनाथ में मुकदमा संख्या 452/2025, धारा 111(1) बीएनएस और 3/25 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. सारनाथ पुलिस आगे की विधिक कार्रवाई कर रही है.





