वाराणसीः पहली बार मारीशस के प्रधानमंत्री संग बनारस में गुरुवार को हुई द्विपक्षीय वार्ता के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मारीशस का विश्वसनीय और प्राथमिक साझेदार होना भारत के लिए गर्व की बात है. इसका कारण है कि हमारी संस्कृति और संस्कार, सदियों पहले भारत से मॉरीशस पहुंचे और वहां की जीवन-धारा में रच-बस गए.
पीएम मोदी ने दी जानकारी
ताज होटल में दोनों देशों के बीच हुई बहुप्रतिक्षित वार्ता के बाद पीएम मोदी देहरादून रवाना होने से पहले उक्त बातें कहीं. उन्होंने कहा कि काशी में मां गंगा के अविरल प्रवाह की तरह, भारतीय संस्कृति का सतत प्रवाह मॉरीशस को समृद्ध करता रहा है. और आज, जब हम मॉरीशस के दोस्तों का स्वागत काशी में कर रहे हैं, यह केवल औपचारिक नहीं, बल्कि एक आत्मिक मिलन है.
चागोस समझौता संपन्न होने पर दी मॉरीशस के लोगों को बधाई
पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री रामगुलाम और मॉरीशस के लोगों को चागोस समझौता संपन्न होने पर हार्दिक बधाई दी. कहा कि
ये मॉरीशस की संप्रभुता की एक ऐतिहासिक जीत है. भारत ने हमेशा उपनिवेशवाद और मॉरिशस की संप्रभुता की पूर्ण मान्यता का समर्थन किया है. साथ ही इसमें भारत, मॉरीशस के साथ दृढ़ता से साथ खड़ा रहा है. मॉरीशस के विकास में एक विश्वसनीय और प्राथमिक साझेदार होना भारत के लिए गर्व की बात है.
मारीशस के लिए विशेष पैकेज की घोषणा
पीएम मोदी ने जानकारी दी क आज उन्होंने मॉरीशस की आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए एक Special Economic Package पर निर्णय लिया है. यह पैकेज मारीशस का इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करेगा, रोज़गार के नए अवसर पैदा करेगा और स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ करेगा. पिछले साल मॉरीशस में UPI और RuPay कार्ड की शुरुआत हुई थी. अब हम दोनों देश स्थानीय रुपये में व्यापार को सक्षम करने की दिशा में काम करेंगेय इसके साथ ही भारत के IIT मद्रास तथा इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ प्लांटेशन मैनेजमेंट ने यूनिवर्सिटी ऑफ मॉरीशस के साथ समझौते संपन्न किये हैं. ये समझौते रिसर्च, शिक्षा और इनोवेशन में आपसी साझेदारी को नए पायदान पर ले जाएंगे. इसी के साथ मुक्त , खुला , सुरक्षात्मक , स्थिर और समृद्ध हिंद महासागर हमारी साझा प्राथमिकता है. इस संदर्भ में मॉरीशस के विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र की सुरक्षा और समुद्री क्षमता को मजबूत करने के लिए भारत पूरी तरह प्रतिबद्ध है.