वाराणसी: आध्यात्मिक नगरी काशी अब आधुनिक और आकर्षक स्वरूप की ओर तेजी से बढ़ रही है. वाराणसी विकास प्राधिकरण (VDA) शहर को ऐसा रूप देने में जुटा है जहां संस्कृति और आधुनिकता का सुंदर संगम दिखाई दे. प्राधिकरण के मुताबिक इन प्रयासों का मकसद सिर्फ सजावट नहीं, बल्कि सुरक्षा, स्वच्छता, यातायात की सुगमता और पर्यटन को बढ़ावा देना भी है. इन योजनाओं से काशी की ऐतिहासिक धरोहर को संरक्षित करते हुए उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक स्मार्ट और कल्चरल सिटी के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा.
VDA की ओर से जारी प्रमुख परियोजनाएं
संविधान वाल – लोकतंत्र की धड़कन को नया रूप
कचहरी जंक्शन से आंबेडकर सर्किल तक बनने वाली संविधान वाल शहर का नया आकर्षण होगी. यहाँ 5 मीटर ऊँचा संविधान की प्रस्तावना का शिलापट्ट लगाया जाएगा. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संविधान पर प्रेरक विचार बैकलिट साइनज के रूप में चमकेंगे. यह स्थान लोगों को भारतीय लोकतंत्र और संविधान की मजबूती का संदेश देगा. स्थानीय नागरिकों का मानना है कि यह प्रयास युवाओं और विद्यार्थियों को संविधान से जोड़ने का सशक्त माध्यम बनेगा.
रंगीन ज़ेब्रा क्रॉसिंग – सुरक्षा और सुंदरता का संगम
मिंट हाउस जंक्शन को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चुना गया है, जहाँ रंग-बिरंगे ज़ेब्रा क्रॉसिंग बनाए गए हैं. इन पर चलते ही पैदलयात्री जहां सुरक्षित महसूस करेंगे वहीं वाहन चालकों का ध्यान स्वतः आकर्षित होगा और वे इसपर स्पीड कम करेंगे. इसी क्रम में ‘नो पार्किंग एरिया’ को भी अलग रंगों से हाईलाइट किया जाएगा. योजना का लक्ष्य है कि ट्रैफिक अनुशासन और रोड सेफ्टी दोनों सुनिश्चित हो.
थीमैटिक लाइटिंग – रात में काशी की अद्भुत छठा
रात में काशी की छठा अद्भुत विक्ट्री ब्रिज से ताज होटल तक सड़क के बीचों-बीच बने मीडियन को खास अंदाज़ में सजाया जा रहा है. साथ ही पेड़ों से लटकती मंदिर की घंटी, दीया और पारंपरिक आकृतियों जैसी थीमैटिक लाइटें लगाई जा रही है.
यह दृश्य न सिर्फ पर्यटकों को आकर्षित करेगा बल्कि रात में सड़क पर रोशनी बढ़ने से सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी. विशेषज्ञों का कहना है कि इससे वाराणसी का नाइट व्यू पहले से कहीं अधिक आकर्षक होगा और नाइट टूरिज़्म को बढ़ावा मिलेगा.
प्रमुख स्थानों पर दिशा-निर्देश बोर्ड
शहर के व्यस्त और भ्रमित करने वाले रास्तों पर आधुनिक साइनेज बोर्ड लगाए जा रहे हैं. इस क्रम में आंबेडकर चौराहा,
ताज होटल के सामने खादी शॉप, पुलिस लाइन से आशापुर मार्ग, कचहरी से सर्किट हाउस मार्ग पर लगाए जा रहे इन साइनेज से नागरिकों व पर्यटकों दोनों को स्पष्ट मार्गदर्शन मिलेगा और ट्रैफिक दबाव भी घटेगा.
यूनिफॉर्म साइनेज – एकरूपता का उदाहरण
ताज होटल क्षेत्र, जहाँ रोजाना सैकड़ों पर्यटक आते हैं, वहाँ यूनिफॉर्म डिज़ाइन वाले साइनेज बोर्ड लगाए जा रहे हैं. इससे जगह-जगह अलग-अलग बोर्डों की अव्यवस्था समाप्त होगी.
एकरूपता आने से पूरा इलाका आकर्षक और व्यवस्थित दिखेगा. वहीं पर्यटकों को रास्ता समझने और गंतव्य तक पहुंचने में आसानी होगी.
काशी की नई पहचान
वाराणसी विकास प्राधिकरण का कहना है कि ये सभी परियोजनाएं शहर को न सिर्फ सजाएंगी बल्कि ‘क्लीन, ग्रीन एंड स्मार्ट वाराणसी’ की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होंगी. स्थानीय नागरिक भी इन परिवर्तनों से उत्साहित हैं और मानते हैं कि यह पहल काशी को विश्वस्तरीय धार्मिक और पर्यटन केंद्र के रूप में और भी अधिक मजबूती देगी. इन पहलों के ज़रिए आने वाले दिनों में वाराणसी केवल आस्था की नगरी ही नहीं, बल्कि आधुनिकता और संस्कृति का अद्भुत संगम बनकर देश-दुनिया के सामने खड़ा होगा.