वाराणसी: बड़ागाँव थाना क्षेत्र के हरहुआ इलाके से रविवार की देर शाम एक हृदयविदारक घटना सामने आई. कोईराजपुर गांव के पास रिंग रोड फेज-2 पर वरुणा नदी किनारे स्थित मां दुर्गा मंदिर के पास झाड़ियों में एक नवजात शिशु फेंका मिला. जानकारी पाकर वहां क्षेत्रीय लोगों की भीड़ जमा हो गई. सूचना पाकर पहुंची पुलिस नवजात की हालत मरणासन्न देख उसे तत्काल अस्पताल ले गई जहां समय पर उपचार मिलने से उसे नवजीवन मिल गया. फिलहाल नवजात पुलिस की देखरेख में है.
ग्रामीणों की सतर्कता से बची जान
स्थानीय ग्रामीणों ने झाड़ियों से रोने की आवाज सुनी और तुरंत वहां पहुंचे. नवजात को देखकर लोगों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी. जानकारी मिलते ही हरहुआ चौकी प्रभारी अभिषेक राय अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे. उनके साथ उप निरीक्षक रविंद्र दुबे, उप निरीक्षक के.के. वर्मा, हेड कांस्टेबल सुरेश विश्वकर्मा, हेड कांस्टेबल नीरज राय, कांस्टेबल मुकेश चौहान और बंदना यादव वहां पहुंचे.
Also Read :वाराणसी कैंट स्टेशन पाथवे पर लगेंगे शेड और लाइटें, डीआरएम ने दिए निर्देश
अस्पताल में चल रहा इलाज
पुलिस टीम ने फौरन बच्चे को उठाकर हरहुआ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया. केंद्र प्रभारी संतोष कुमार के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम ने बच्चे का उपचार शुरू किया. चिकित्सकों का कहना है कि यह बच्चा मिलने से करीब चार घंटे पहले ही जन्मा प्रतीत होता है.
पुलिस कर रही जांच
चौकी प्रभारी अभिषेक राय ने बताया कि समय पर उपचार मिलने से बच्चे की जान बचा ली गई है और उसकी हालत स्थिर है. पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि नवजात को यहां किसने और क्यों छोड़ा.
Also Read :नवीन परती भूमि पर कब्जे का नासूर, जांच हो तो कई चौंकाने वाले तथ्य आएंगे सामने
क्षेत्र में चर्चाओं का माहौल
घटना से स्थानीय लोग स्तब्ध हैं. ग्रामीणों ने पुलिस की तत्परता की सराहना की. चर्चा रही कि लोक लाझ के भय से किसी महिला या उसके परिजनों ने नवजात को वहां फेंक दिया होगा. लोगों का कहना रहा कि ऐसा अमानवीय कृत्य करने वालों को ईश्वर भी कभी क्षमा नहीं करेंगे. फिलहाल पूरे क्षेत्र में इस घटना की हर तरह चर्चा हो रही है.