वाराणसीः संकेत गणेश चतुर्थी के अवसर पर मंगलवार को दुर्गाकुंड स्थित काशी खंडोक्त श्री दुर्ग विनायक मंदिर में भगवान गणेश का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया. भाद्रपद कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर किए गए भव्य व अति सुंदर वार्षिक श्रृंगार दर्शन के लिए सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर में उमड़ पड़ी. इस अवसर पर प्रथमेश गणेश जी को स्वर्ण और रजत आभूषणों से सजी भव्य झांकी में विराजमान किया गया.
सुबह श्रृंगार के बाद मंदिर के पट भक्तों के लिए खोल दिए गए. वैदिक आचार्यों ने गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ करते हुए दूर्वा के साथ गणेश सहस्त्रार्चन किया. दोपहर में विभिन्न प्रकार के फलों और मोदक का भोग गणेश जी को अर्पित किया गया. शाम को गणेश जी की दिव्य झांकी सजाकर 21 क्विंटल मोदक का उन्हें भोग लगाया गया और विराट आरती भक्तों के द्वारा की गई. इस अवसर पर मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्र को आकर्षक रूप से सजाया गया था. दर्शन पूजन के लिए सुबह से देर रात तक भक्तों का तांता लगा रहा. रात 11 बजे शयन आरती के बाद मंदिर के कपाट बंद किए गए.
पूरे आयोजन का संचालन महंत ज्ञानेश्वर दुबे के सानिध्य में हुआ, जबकि आरती प्रधान पुजारी ईशांक दुबे ने उतारी. व्यवस्था सुधार के लिए अनुराग मिश्रा, निर्भय उपाध्याय, अशोक मिश्रा, अंकित उपाध्याय और उमेश शुक्ला विशेष रूप से सक्रिय रहे.