नई दिल्ली: मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के द्वारा कल की गई प्रेस कांफ्रेंस के बाद अब विपक्ष एकजुट हो रहा है और सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक बिहार में वोटर लिस्ट की गहन जांच और वोट चोरी के आरोप के बीच विपक्ष चुनाव आयोग के खिलाफ महाभियोग लाने की तैयारी कर रहा है. विपक्ष ज्ञानेश कुमार से नाराज है और बिहार में SIR और वोट चोरी के बाद लगातार दबाव बनाये हुए है.
बता दें कि विपक्ष आज भी, संसद परिसर के बाहर बिहार में मतदाता गहन पुनरीक्षण और वोट चोरी के मामले में लगातार प्रदर्शन कर रहा है. विपक्षी दल लगातार चुनाव आयोग पर वोट चोरी का आरोप लगा रहे हैं और लगातार दबाव बनाकर आयोग पर डिजिटल वोटर वोटर लिस्ट और CCTV फुटेज की मांग कर रहे हैं लेकिन आयोग ने यह सब देने से मना कर दिया है.
इतना ही नहीं लगातार विपक्ष के द्वारा किये जा रहे विरोध के बाद आज कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने चुनाव आयुक्त पर बड़ा हमला बोला और कहा कि-"मुख्य चुनाव आयुक्त ने भाजपा से यही अनुरोध क्यों नहीं किया? उन्होंने भी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, लेकिन मुख्य चुनाव आयुक्त बीजेपी के साथ कांग्रेस जैसा व्यवहार क्यों नहीं कर रहे हैं? मुझे लगता है कि मुख्य चुनाव आयुक्त द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस संवैधानिक पद की गरिमा को कमजोर किया गया है.
चुनाव आयोग के रविवार को प्रेस कांफ्रेंस की और विपक्ष के वोट चोरी पर सफाई दी. मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि, आयोग सभी राजनीतिक दलों के साथ समान व्यवहार करता है, क्योंकि हर दल का जन्म चुनाव आयोग में रजिस्ट्रेशन से होता है. सीईसी का कहना था कि चुनाव आयोग के लिए, कोई पक्ष या विपक्ष नहीं है, सभी समकक्ष हैं. चाहे किसी भी राजनीतिक दल का कोई भी हो, चुनाव आयोग अपने संवैधानिक कर्तव्य से पीछे नहीं हटेगा.
राहुल गाँधी की प्रेस कांफ्रेंस के 7 दिन बाद चुनाव आयोग ने प्रेस कांफ्रेंस की और कहा कि- राहुल गाँधी 7 दिन में माफी मांगे या फिर देश से माफी मांगे अगर राहुल गाँधी ऐसा नहीं करते है तो उनके सभी यह आरोप बेबुनियाद माने जाएंगे.