जौनपुर: शहर में सोमवार की शाम हुई मूसलाधार बारिश ने व्यवस्थाओं की कलई खोल दी. मछलीशहर पड़ाव क्षेत्र तालाब जैसा बन गया. यहां हुए जलजमाव में हुए हृदय विदारक हादसे ने लोगों को दहला कर रख दिया. स्थानीय निवासियों के मुताबिेक तेज बहाव वाले सीवर के नाले में दो किशोरियां बह गई, जबकि उन्हेंल बचाने के प्रयास में एक ई-रिक्शा चालक की मौत हो गई. घंटों तलाशी के बाद जहां ई-रिक्शा चालक का शव बरामद हुआ, वहीं दोनों किशोरियों का मंगलवार की दोपहर तक कोई सुराग नहीं लग सका.
बारिश शाम करीब 5:25 बजे थमी थी .तभी क्षेत्रवासियों ने पुलिस को सूचना दी कि पानी के तेज बहाव में दो किशोरियां बह गई हैं. सूचना मिलते ही नगर पालिका और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची. थोड़ी ही देर में घटनास्थल पर भारी भीड़ जुट गई. तरह-तरह की आशंकाएँ व्यक्त की जाने लगीं। इस दौरान पुलिस को 25 वर्षीय ई-रिक्शा चालक शिवा का शव बरामद हुआ. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि शिवा रिक्शा लेकर पानी में फंस गया और अचानक नाले के तेज बहाव में बह गया.वहीं, किशोरियों के भी उसी नाले में बह जाने की आशंका जताई जा रही है.
डेढ़ किलोमीटर तक तलाशी अभियान
पुलिस ने गोताखोरों की मदद से नाले में लगातार खोजबीन कराई. लगभग डेढ़ किलोमीटर तक तलाशी अभियान रात 11 बजे तक जारी रहा. यानी करीब छह घंटे तक तलाशी ली जाती रही. इसके बावजूद दोनों किशोरियों का कुछ पता नहीं चला. हैरानी की बात यह रही कि न तो आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों में उनकी तस्वीरें दिखाई दीं और न ही अब तक उनके परिजन घटनास्थल पर पहुंचे. इसके बावजूद पुलिस और प्रशासन ने बचाव अभियान जारी रखा और देर रात तक पूरी कोशिशें की जाती रहीं.
करंट से मौत की आशंका पर विवाद
हादसे के बाद चर्चा यह भी रही कि ई-रिक्शा चालक की मौत नाले में करंट उतरने से हुई है. हालांकि अधीक्षण अभियंता रमेश चंद्र ने इस आशंका को खारिज करते हुए कहा कि यदि मौत करंट से होती तो शव पर खून के निशान नहीं मिलते. उनका मानना है कि तेज बहाव में रिक्शा पलटने से यह हादसा हुआ और चालक शिवा की मौत हो गई. वहीं, किशोरियां भी बहाव में बह गई होंगी.
डीएम ने किया घटनास्थल का निरीक्षण, जांच के आदेश
घटना की जानकारी मिलते ही देर रात जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र खुद घटनास्थल पर पहुंचे और पूरी स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने इस हादसे को बेहद दुखद बताते हुए कहा कि 4:30 से 5:30 बजे के बीच भारी बारिश के चलते शहर के कई हिस्सों में जलभराव हो गया था.इसी दौरान मछलीशहर पड़ाव क्षेत्र के खुले नाले में बह जाने से दो बच्चों और एक ई-रिक्शा चालक की मौत हुई.
डीएम ने मामले की जांच के लिए एक तीन सदस्यीय समिति गठित की है. इसमें स्थानीय निकाय प्रभारी अधिकारी, मुख्य राजस्व अधिकारी और एसपी सिटी को शामिल किया गया है. समिति को 24 घंटे में रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है.जिलाधिकारी ने यह भी साफ किया कि यदि जांच में नगर निकाय या किसी अन्य विभाग की लापरवाही सामने आई तो दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.