वाराणसी: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड के पूर्व सदस्य जनरल एस.एल. नरसिम्हन ने कहा कि चीन भले ही दुनिया में बहुध्रुवीयता की बात करता हो, लेकिन उसकी वास्तविक मंशा एशिया को एकध्रुवीय बनाने की है. चीन भारत को अपना सबसे बड़ा प्रतिद्वंद्वी मानता है, और उसे आगे बढ़ने से रोकने का हर संभव प्रयास करता है. चीन अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए पाकिस्तान का इस्तेमाल करता है. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान इसकी झलक पहले ही देखने को मिल चुकी है. इसलिए भारत को चीन के साथ व्यवहार करते समय हमेशा सतर्क रहना होगा.
जनरल नरसिम्हन काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के शारीरिक शिक्षा विभाग स्थित द्रोणाचार्य कर्ण सिंह सभागार में शनिवार को काशी मंथन संस्था की ओर से आयोजित संवाद में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए अपने विचार रख रहे थे.
बांग्लादेश में बढ़ता कट्टरवाद चिंताजनक
वहीं बांग्लादेश में पूर्व भारतीय उच्चायुक्त वीना सीकरी ने भारत के पड़ोसी देशों से जुड़ी चुनौतियों और भविष्य की रणनीति पर अपने विचार रखे. वीना सीकरी ने कहा कि शेख हसीना के शासनकाल में भारत और बांग्लादेश के रिश्ते बेहद सौहार्दपूर्ण रहे, लेकिन वर्तमान में मोहम्मद यूनुस के कार्यकाल में यह संबंध कमजोर हो रहे हैं.
उन्होंने चेताया कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले और कट्टरवाद का बढ़ता प्रभाव भारत के लिए खतरनाक संकेत है. इस पर भारत को सजग रहना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकारों को राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मुद्दों को राजनीति से नहीं जोड़ना चाहिए.
ALSO READ : बनारस में पांच घंटे लेट पहुंचा विमान, यात्रियों ने जमकर किया हंगामा
अमेरिका से संबंधों पर सहमति
संवाद के दौरान डॉ. मयंक नारायण सिंह के सवालों पर चर्चा करते हुए जनरल नरसिम्हन और राजदूत सीकरी ने यह माना कि भारत राष्ट्रपति ट्रंप के साथ संतुलित और सही तरीके से संबंध बना रहा है. दोनों का मानना था कि भारत-अमेरिका संबंध इतने गहरे हैं कि बीच-बीच में आने वाली चुनौतियों को आसानी से पार किया जा सकता है.
ये गणमान्य लोग रहे मौजूद
इस अवसर पर प्रो. अभिमन्यु सिंह, प्रो. मनोज मिश्रा और डॉ. एहसान हसन सहित कई शिक्षाविद और शोधार्थी उपस्थित रहे. कार्यक्रम का संचालन आराध्य मिश्रा ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन श्रुति शुक्ला और परिचय आत्मन सिंह ने दिया. यह संवाद भारत के पड़ोसी देशों से जुड़ी जटिलताओं और बदलते अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य में भारत की रणनीति को लेकर बेहद सार्थक साबित हुआ.