
वाराणसी: यूपी के वाराणसी के कमच्छा स्थित प्राचीन बाबा बटुक भैरव मंदिर में रविवार को हरियाली श्रृंगार का आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी . इस अवसर पर मंदिर को जल विहार की झांकी से सजाया गया, जिसने श्रद्धालुओं का ध्यान आकर्षित किया .
मानसरोवर की जीवंतता का एहसास
श्रृंगार की शुरुआत सुबह पांच बजे मंगला आरती से हुई, जिसमें 51 भक्तों ने डमरू बजाकर बाबा का पूजन किया . इसके बाद मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिए गए . मंदिर परिसर में एक गुफा रूपी मार्ग बनाया गया था, जिसमें पक्षी, सांप आदि के रूप में मानसरोवर की जीवंतता का एहसास कराया गया . कैलाश पर्वत रूपी गुफा के मुख्य द्वार पर महात्मा बुद्ध के अलौकिक दर्शन ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया .

भक्तों की लगी कतार
श्रृंगार के दौरान बाबा के बालरूप का दर्शन करने के लिए भक्तों की लंबी कतारें लगीं . श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन कर अपने जीवन में सुख, समृद्धि और शांति की कामना की . यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि काशी की सांस्कृतिक धरोहर और परंपराओं को भी जीवित रखने में सहायक है .
मंदिर के महंत पं. राकेश पुरी ने बताया कि इस बार श्रृंगार में विशेष रूप से हरियाली और जल के तत्वों को प्रमुखता दी गई, जिससे वातावरण में एक अद्वितीय शांति और सौंदर्य का अनुभव हुआ . यह आयोजन बाबा बटुक भैरव के प्रति श्रद्धा और भक्ति को प्रकट करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है .





